हेल्दी रिलेशनसिप: कहीं आप भी तो अपने बच्चों का कॉन्फिडेंस लो नहीं कर रहे? ये गलतियां भूल कर भी न करें

कहीं आप भी तो अपने बच्चों का कॉन्फिडेंस लो नहीं कर रहे? ये गलतियां भूल कर भी न करें

डिजिटल डेस्क, भोपाल। हर मां बाप का यह सपना होता है कि उनका बच्चा अपनी जिंदगी में बड़ा मुकाम हासिल करे। जिंदगी में सफल होने के लिए नॉलेज के साथ सेल्फ कॉन्फिडेंस भी जरूरी है। पेरेंट्स होने के नाते माता- पिता का यह फर्ज है कि वह अपने बच्चों का कॉन्फिडेंस बूस्ट करें। हम अक्सर छोटी- छोटी बातों पर ध्यान नहीं देते हैं और अनजाने में कुछ ऐसी चीजें कर बैढ़ते हैं जिससे हमारे बच्चों का सेल्फ कॉन्फिडेंस लो होता है। अगर आप भी अपने बच्चों का कॉन्फिडेंस बरकरार रखना चाहते हैं तो इन बातों पर खास ध्यान दें।

आपके और बच्चों के बीच कोई तीसरा नहीं

बच्चों को यह बिलकुल भी नहीं पसंद कि उनके मां- बाप किसी तीसरे इंसान से उनकी गलतियों या कमजोरियों की बात करें। अगर आप भी ऐसा करते हैं तो आप उनका सेल्फ कॉफिडेंस गिरा रहे हैं। ऐसा करने से बच्चे आपसे भी दूर हो सकते हैं।

बच्चों का कॉन्फिडेंस बनाए रखने के लिए आप उनकी शिकायत दूसरों से न कर के उनको प्यार से समझा सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे जल्दी सीखते हैं और उनका आत्मविश्वास कायम रहता है।

बच्चों की गलतियों पर फटकारना

गलती करना आम बात है। बच्चे जब तक गलती नहीं करेंगे तो सीखेंगे कैसे? मां- बाप चाहते हैं उनके बच्चों से कभी गल्ती न हो। लेकिन जब भी बच्चा गलती करता है तो पेरेंट्स उसे तूरंत खड़ी खोटी सुनाने लग जाते हैं, जिससे बच्चे को ऐसा लगता है कि वह उस काम को करने लायक नहीं है। हर बात पर गुस्सा करने से वह अपनी फीलिंग्स आपसे शेयर करना भी बंद कर सकता है। अगर आप अपने बच्चों के साथ ऐसा बरताव करेंगे तो उनका सेल्फ कॉन्फिडेंस लो होगा। बच्चों की मिस्टेक्स पर उन्हें बिना डाटे सिखाना ही सबसे अच्छा ऑप्शन है।

बच्चों को डिसीजन लेने देने से रोकना

पेरेंट्स अपने बच्चों को तकलीफ नहीं देना चाहते इसलिए बच्चों के सब काम वह खुद ही कर देते हैं। किसी- किसी के मां- बाप बच्चों को नादान समझ कर उन्हें काम करने से रोकते हैं क्योंकि उनको लगता है कि उनका बच्चा यह नहीं कर पाएगा। अगर आप भी बच्चों के सब काम करते हैं तो रुक जाइए। आपके ऐसा करने से वह आगे चलके अपने छोटे- मोटे काम भी नहीं कर सकेंगे। वह हर काम के लिए आपकी राह देखेंगे और कोई डिसीजन खुद लेने से हिचकिचाएंगे। बस इतना ही नहीं बल्कि आपका बच्चा आलसी भी हो सकता है। अगर आप चाहते हैं आपका बच्चा कॉन्फिडेंट रहे तो उसे उसके डिसीजन खुद लेने दें और उसके सब काम आप न करें।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

Created On :   9 July 2024 7:41 PM IST

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