trump swearing in ceremony: पनाम नहर को वापस लेने से लेकर सीमा पर इमरजेंसी तक, राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही ट्रंप ने किए कई बड़े ऐलान
- डोनाल्ड ट्रंप ने ली अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति की शपथ
- शपथ ग्रहण समारोह के दौरान दिए भाषण में किए बड़े ऐलान
- पूर्व की बाइडेन सरकार पर निशाना
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद अपने पहले भाषण में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी सरकार की जमकर आलोचना की। इसके साथ ही उन्होंने कई बड़े ऐलान भी किए। शपथ ग्रहण के बाद दिए अपने भाषण में ट्रंप ने कहा कि आज से अमेरिका के "स्वर्णिम युग" की शुरुआत हो रही है। वह दुनिया में अमेरिका के खोए हुए मान-सम्मान को दोबारा स्थापित करेंगे।
इसके साथ ही उन्होंने बाइडेन सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पिछली सरकार आंतरिक और बाहरी चुनौतियों से निपटने में नाकाम रही थी। उसने दूसरे देशों की सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए वित्तीय मदद की लेकिन अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने में असफल रही। मुद्रास्फीति संकट बड़े पैमाने पर अधिक खर्च और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों की वजह से हुआ था। इस वजह से आज मैं राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल का भी ऐलान करुंगा।
इसके अलावा ट्रंप ने अमेरिका की दक्षिणी सीमा पर घुसपैठ को रोकने के लिए इमरजेंसी का ऐलान करते हुए सेना भेजने की बात कही। आइए जानते हैं ट्रंप के भाषण की बड़ी बातें...
सैन्यकर्मियों की बहाली
ट्रंप ने कहा 'इस सप्ताह, मैं उन सभी सैन्यकर्मियों को बहाल करूंगा, जिन्हें कोविड वैक्सीन अनिवार्यता पर आपत्ति जताने के कारण हमारी सेना से अन्यायपूर्ण तरीके से निष्कासित कर दिया गया था, उन्हें पूरा वेतन दिया जाएगा और मैं हमारे योद्धाओं को ड्यूटी के दौरान कट्टरपंथी राजनीतिक सिद्धांतों और सामाजिक प्रयोगों के अधीन होने से रोकने के लिए एक आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा। यह तुरंत समाप्त होने जा रहा है। हमारे सशस्त्र बलों को अमेरिका के दुश्मनों को हराने के अपने एकमात्र मिशन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र किया जाएगा।'
वापस बहाल होगी स्वतंत्र अभिव्यक्ति
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, 'स्वतंत्र अभिव्यक्ति को प्रतिबंधित करने के लिए वर्षों से अवैध और असंवैधानिक संघीय प्रयासों के बाद, मैं सभी सरकारी सेंसरशिप को तुरंत रोकने और अमेरिका में स्वतंत्र अभिव्यक्ति को वापस बहाल करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करूंगा। सरकार की अपार शक्ति को फिर कभी राजनीतिक विरोधियों को सताने के लिए हथियार नहीं बनाया जाएगा। ऐसा दोबारा नहीं होगा। मेरे नेतृत्व में, हम संवैधानिक कानून के तहत समान और निष्पक्ष न्याय बहाल करेंगे। हम अपने शहरों में कानून और व्यवस्था वापस लाने जा रहे हैं। इस सप्ताह, मैं सार्वजनिक और निजी जीवन के हर पहलू में जाति और लिंग को सामाजिक रूप से शामिल करने की सरकारी नीति को भी समाप्त कर दूंगा।'
उर्जा का सबसे बड़ा निर्यातक बनेगा अमेरिका
ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, 'अमेरिका एक बार फिर विनिर्माण राष्ट्र बन जाएगा और हमारे पास कुछ ऐसा है जो किसी अन्य विनिर्माण राष्ट्र के पास कभी नहीं होगा : पृथ्वी पर किसी भी देश की तुलना में सबसे अधिक मात्रा में तेल और गैस। और हम इसका उपयोग करने जा रहे हैं। हम कीमतें नीचे लाएंगे, अपने रणनीतिक भंडार को फिर से ऊपर तक भरेंगे, और पूरी दुनिया में अमेरिकी ऊर्जा का निर्यात करेंगे।'
राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल का करेंगे ऐलान
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ने कहा, 'कमांडर-इन-चीफ के रूप में, मेरे पास हमारे देश को खतरों और आक्रमणों से बचाने से बड़ी कोई जिम्मेदारी नहीं है और मैं यही करने जा रहा हूं। हम इसे उस स्तर पर करेंगे जो पहले कभी किसी ने नहीं देखा। इसके बाद, मैं अपने मंत्रिमंडल के सभी सदस्यों को रिकॉर्ड मुद्रास्फीति को मात देने और लागत तथा कीमतों को तेजी से कम करने के लिए अपने पास मौजूद विशाल शक्तियों को संगठित करने का निर्देश दूंगा। मुद्रास्फीति संकट बड़े पैमाने पर अधिक खर्च और ऊर्जा की बढ़ती कीमतों के कारण हुआ था और इसलिए आज मैं राष्ट्रीय ऊर्जा आपातकाल की भी घोषणा करूंगा।'
बॉर्डर पर इमरजेंसी
ट्रंप ने अवैध घुसपैठ को लेकर कहा, 'सभी अवैध प्रवेश तुरंत रोक दिए जाएंगे। हम लाखों-करोड़ों आपराधिक विदेशियों को उनके स्थानों पर वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू करेंगे, जहां से वे आए थे। हम उन्हें 'मेक्सिको में ही रहने' की नीति को फिर से लागू करेंगे। मैं "पकड़ो और छोड़ो" की प्रथा को समाप्त करूंगा, और अपने देश पर विनाशकारी आक्रमण को रोकने के लिए दक्षिणी सीमा पर सेना भेजूंगा।'
उन्होंने कहा, 'आज, मैं ऐतिहासिक कार्यकारी आदेशों की एक श्रृंखला पर हस्ताक्षर करूंगा। सबसे पहले, मैं हमारी दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी की घोषणा करूंगा।'
फिर से समृद्ध होगा अमेरिका
'आज के बाद से, हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा। हम हर देश के लिए ईर्ष्या का विषय बनेंगे और हम खुद को अब और फ़ायदा उठाने की अनुमति नहीं देंगे। ट्रंप प्रशासन के हर एक दिन के दौरान, मैं बहुत ही सरलता से, अमेरिका को सबसे पहले रखूंगा। हमारी संप्रभुता को पुनः प्राप्त किया जाएगा, हमारी सुरक्षा बहाल की जाएगी, न्याय के तराजू को फिर से संतुलित किया जाएगा, और न्याय विभाग और हमारी सरकार के क्रूर, हिंसक और अनुचित सशस्त्रीकरण को समाप्त किया जाएगा।'
पनामा को लेकर चीन पर बरसे
पनामा मुद्दे का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा, 'पनामा ने हमसे जो वादा किया था, उसे तोड़ दिया है। हमारे सौदे के उद्देश्य और हमारी संधि की भावना का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया है। अमेरिकी जहाजों से बहुत अधिक शुल्क लिया जा रहा है और किसी भी तरह से, आकार या रूप में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है और इसमें अमेरिका की नौसेना भी शामिल है। और सबसे बढ़कर, चीन पनामा नहर का संचालन कर रहा है। हमने इसे चीन को नहीं दिया, हमने इसे पनामा को दिया, और हम इसे वापस ले रहे हैं।'
मेक्सिको की खाड़ी का नाम अब अमेरिका की खाड़ी होगा
'अमेरिका पृथ्वी पर सबसे महान, सबसे शक्तिशाली और सबसे सम्मानित राष्ट्र के रूप में अपना उचित स्थान पुनः प्राप्त करेगा, जिससे पूरी दुनिया में विस्मय और प्रशंसा की भावना पैदा होगी। अब से कुछ ही समय बाद, हम मेक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर अमेरिका की खाड़ी करने जा रहे हैं।'
Created On :   21 Jan 2025 2:09 AM IST