Pope Francis Health Update: पोप फ्रांसिस की तबीयत में थोड़ा सुधार, इधर अंतिम संस्कार के लिए शुरू हुई रिहर्सल, वेटिकन ने अफवाहों से किया इनकार

पोप फ्रांसिस की तबीयत में थोड़ा सुधार, इधर अंतिम संस्कार के लिए शुरू हुई रिहर्सल, वेटिकन ने अफवाहों से किया इनकार
  • पोप फ्रांसिस की तबीयत में थोड़ा सुधार
  • इधर अंतिम सरकार के लिए शुरू हुई रिहर्सल
  • वेटिकन ने अफवाहों से किया इनकार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईसाई कैथोलिक धर्म के सबसे बड़े धर्मगुरु पोप फ्रांसिस निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण की वजह से अस्पताल में भर्ती हैं। इधर, उनके अंतिम संस्कार की रिहर्सल शुरू हो गई है। वेटिकन के मुताबिक, पोप ने कहा है कि निमोनिया से उनके बचने की उम्मीद नहीं है। ऐसा दावा स्विस न्यूज पेपर ब्लिक ने किया है। इस खबर को स्विस गार्ड के प्रवक्ता ने अफवाह बताया। उन्होंने कहा- गार्ड्स को कफ्यू में रखा गया था। वह अपने सामान्य रूटीन के मुताबिक काम कर रहे हैं।

पोप की तबीयत में सुधार

88 साल के पोप फ्रांसिस के स्वास्थ्य के बारे में वेटिकन ने गुरुवार को जानकारी देते हुए कहा कि इस वक्त पोप की हालात स्थिर बनी हुई है। साथ ही, उनके ब्लड टेस्ट में थोड़ा सुधार भी दिखाई दे रहा है। CNN ने वेटिकन के एक सोर्स का हवाला देते हुए बड़ा खुलासा किया। उन्होंने कहा कि पोप अब अपने बेड से उठकर अस्पताल के कमरे में कुर्सी पर बैठने की हालात में हैं। बीते एक सप्ताह से पोप बीमार चल रहे हैं। पिछले हफ्ते शुक्रवार के दिन उन्हें रोम के जेमेली अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेटिकन ने बताया था कि पोप फ्रांसिस को सांस नली में पॉलीमिक्रोबियल इन्फेक्शन है। यही कारण है कि उनके मेडिकल ट्रीटमेंट में बदलाव करना पड़ा है।

पीएम मेलोनी ने भी पोप की तबीयत के बारे में दी जानकारी

वेटिकन ने मंगलवार को जारी किए गए बयान में बताया कि पोप के दोनों फेफड़ो में निमोनिया होने के चलते पोप फ्रांसिस अच्छे मूड में हैं। हालांकि, बुधवार को दावा किया था कि पोप की हालात गंभीर है। बता दें कि, बुधवार को इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी भी पोप से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। जहां मेलोनी और पोप की मुलाकात करीब 20 मिनट तक हुई। इसके बाद मेलोनी ने कहा कि पोप की हालत में हल्का सुधार है। उनके चेहरे पर मुस्कान बनी हुई है। मेलेनी यह भी कहा- हमने हमेशा की तरह मजाक किया। पोप ने अपना सेंस ऑफ ह्यूमर नहीं खोया है।

कौन है पोप फ्रांसिस ?

पोप फ्रांसिस साल 2013 में रोमन कैथोलिक चर्च के 266 पोप और पोप बेनेडिक्ट सोलहवें के उत्तरअधिकारी चुने गए थे। वे बीते 1000 साल में पहले ऐसे इंसान हैं, जो गैर-यूरोपीय होते हुए भी कैथोलिक धर्म के सर्वोच्च पद पर पहुंचे।

उनका जन्म 17 दिसम्बर 1936 को अर्जेंटीना के फ्लोरेस शहर में हुआ था। पोप फ्रांसिस का असली नाम जॉर्ज मारिया बर्गोग्लियो था। पोप फ्रांसिस के दादा-दादी बेनिटो मुसोलिनी नामक तानाशाह से बचने के लिए इटली छोड़कर अर्जेंटिना चले गए थे जिसकी वजह से पोप का ज्यादातर जीवन राजधानी ब्यूनर आयर्स में बीता है।

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Created On :   20 Feb 2025 4:55 PM IST

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