Pahalgam Terror Attack: आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम भारत के साथ...पहलगाम टेरर अटैक पर अमेरिका समेत कई देशों ने जताया दुख, कही ये बात

- पहलगाम आतंकी हमला को लेकर पूरे देश में गुस्सा
- विदेशों से भी आई प्रतिक्रिया
- आतंकवाद खिलाफ लड़ाई में भारत का सहयोग करने की कही बात
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जम्मू-कश्मीर में साल 2019 के पुलवामा अटैक के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने पर्यटकों पर फायरिंग की, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। मरने वालों में एक यूएई और एक नेपाल का पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी के यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा राज्य के हैं।
ट्रंप ने पीएम मोदी से फोन पर की बात
इस हमले पर दूसरे देशों से भी प्रतिक्रिया आई है। भारत की यात्रा पर आए अमेरिका के उपराष्ट्र ने कहा, "उषा और मैं भारत के पहलगाम में हुए विनाशकारी आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। पिछले कुछ दिनों में, हम इस देश और इसके लोगों की खूबसूरती से अभिभूत हो गए हैं। इस भयानक हमले में हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं।"
वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले की निंदा की। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ट्रंप ने आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के दोषियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए भारत को पूरा समर्थन दिया। भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं।"
हम भारत के साथ मजबूती से खड़े - यूरोपीय आयोग
यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा, "पहलगाम में हुए जघन्य आतंकी हमले ने कई मासूम लोगों की जान ले ली। नरेंद्र मोदी और आज शोक में डूबे हर भारतीय के प्रति मेरी गहरी संवेदना। फिर भी मैं जानती हूं कि भारत की भावना अटूट है। आप इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से खड़े रहेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा रहेगा।"
जिम्मेदारों पर हो कार्रवाई - गुयाना राष्ट्रपति
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने कहा, "महामहिम, नरेंद्र मोदी, कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बारे में जानकर मुझे बहुत दुख हुआ है, जिसमें कई लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए। हिंसा का यह जघन्य कृत्य चरमपंथ के विनाशकारी प्रभाव की दुखद याद दिलाता है। मैं इस क्रूर हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं, जिसका उद्देश्य भय और पीड़ा पैदा करना है। हिंसा कभी समाधान नहीं होती; यह केवल दर्द और हानि के चक्र को बढ़ाती है। हमें शांति और समझ के लिए प्रयास करना चाहिए, ऐसे अत्याचारों से मुक्त भविष्य का निर्माण करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। कृपया इस त्रासदी में अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों और प्रियजनों को मेरी हार्दिक संवेदनाएं पहुंचाएं। इस अविश्वसनीय रूप से कठिन समय में वे मेरे विचारों में हैं। आइए हम सभी हिंसा के ऐसे कृत्यों के खिलाफ एक साथ खड़े हों और शांति और करुणा की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें। मुझे विश्वास है कि इस भयानक हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।"
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम भारत के साथ
वहीं भारत के पड़ोसी मुल्क श्रीलंका ने भी इस हमले की निंदा की है। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने कहा, "श्रीलंका जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है। हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। श्रीलंका सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत सरकार और लोगों के साथ दृढ़ एकजुटता में खड़ा है। हम क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता दोहराते हैं।"
जघन्य आतंकी हमले से बेहद दुखी
इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने आतंकी हमले पर दुख जाहिर करते हुए 'एक्स' पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए जघन्य आतंकी हमले से बेहद दुखी हूं। हमारी संवेदनाएं पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इजरायल भारत के साथ एकजुट है।"
यूक्रेन के भारतीय दूतावास ने पहलगाम हमले पर चिंता व्यक्त करते हुए 'एक्स' पर लिखा, "यूक्रेन पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हुए हमले से बहुत चिंतित है। हम आतंकवाद के कारण प्रतिदिन जान गंवाते हैं और आतंकवाद के सभी रूपों की कड़ी निंदा करते हैं। जब निर्दोष लोगों की हत्या की जाती है, तो यह असहनीय दर्द होता है। अपराधियों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।"
Created On :   23 April 2025 2:19 AM IST