Pahalgam Attack: जानें क्या है शिमला समझौता? जिसे पाकिस्तान कर सकता है रद्द, शहबाज सरकार घबराहट में ले सकती है बड़ा फैसला

  • पाकिस्तान रद्द कर सकता है शिमला समझौता
  • भारत ने CCS बैठक में लिए 5 बड़े फैसले
  • पहलगाम आतंकी हमले से देश में गुस्सा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल) को हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा है। 26 बेकसूर पर्यटकों की मौत के न्याय के लिए देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। दोषियों को सजा देने के लिए लोग लगातार आवाज उठा रहे हैं। भारत भी एकदम एक्शन मोड में है। बुधवार (23 अप्रैल) को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ 5 बड़े फैसले लिए गए। जिसमें एक अहम फैसला है कि सिंधु जल समझौते को रद्द कर दिया गया है। इसके जवाब में अब पाकिस्तान भी भारत पर बैकफायर कर शिमला समझौता रद्द कर सकता है। मालूम हो कि, दोनों देशों के बीच सिर्फ सिंधु समझौता ही नहीं बल्कि शिमला समझौता भी है जिसके रद्द होने से दोनों देशों के रिश्तों बेहद खराब हो सकते हैं। तो चलिए जानते हैं शिमला समझौता है क्या?

1972 में हुआ समझौता

भारत और पाकिस्तान के बीच 2 जुलाई 1972 को हिमाचल प्रदेश के शिमला में ट्रीटी साइन हुई। दरअसल, 1971 में दोनों देशों के बीच बड़ा युद्ध हुआ था जिसमें पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा। 91,000 हजार से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर किया। इस हार के बाद भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच समझौता हुआ।

शिमला समझौते की बड़ी बातें

पाकिस्तान और भारत एक दूसरे की सरहद का सम्मान करेंगे। एलओसी पार कर दूसरे देश में घुसने का प्रयान नहीं होगा।

सीमा पर बल का प्रयोग नहीं किया जाएगा।

अगर आपसी विवाद की स्थिति पैदा होती है तो उसे बातचीत से सुलझाया जाएगा।

युद्धबंदियों (Prisoner Of War) को कैद न करके अपने-अपने देश वापस भेजा जाएगा।

Created On :   24 April 2025 4:54 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story