शांति समझौते को लेकर बैठक: रूस-यूक्रेन जंग विराम को लेकर कई देशों की लंदन में बड़ी बैठक

- अमेरिका समेत कई देश युद्ध विराम की वार्ता में जुटे
- बुधवार को लंदन में हुई कई राजनयिकों की बैठक
- ट्रंप के दूत सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कीथ केलॉग भी शामिल
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटिश के लंदन में रूस-यूक्रेन संघर्ष विराम को बड़े स्तर पर बैठक होनी है। इस मीटिंग में अमेरिका समेत कई देश के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। लंदन में ब्रिटेन, अमेरिका, यूरोपीय देशों और यूक्रेन के राजनयिक और रक्षा प्रमुख शांति समझौते को लेकर बैठक करेंगे।
आपको बता दें पिछले दिनों रूस और यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडलों ने सऊदी अरब में अमेरिकी अधिकारियों के साथ अलग-अलग चर्चा की । रूस ने दूरगामी शर्तें लगाकर लड़ाई में तत्काल और पूरे 30 दिन की रोक के अमेरिकी प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है। पुतिन ने शनिवार को 30 घंटे के एकतरफा युद्धविराम का ऐलान किया था, लेकिन यूक्रेन और ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि कथित रोक के दौरान रूसी हमले जारी रहे।
ब्रिटेन ने कहा कि रूस यूक्रेन जंग को तीन साल से अधिक का समय हो गया है। इसे रोकने के लिए राजनयिक प्रयासों के लिए यह एक महत्वपूर्ण वक्त है। हालांकि अमेरिकी विदेश विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि पेरिस वार्ता में शामिल होने वाले विदेश मंत्री मार्को रुबियो शेड्यूल संबंधी समस्या के कारण बैठक में नहीं आ पाएंगे। आपको बता दें कुछ दिन पहले ट्रंप ने कहा कि रूस-यूक्रेन शांति वार्ता अपने उच्च स्तर पर पहुंच गई है। अगर अब भी दोनों देश शांति की ओर नहीं बढ़ते तो हम इसे छोड़ देंगे। मॉस्को वाशिंगटन में वार्ताओं के साथ मुलाकात का दौर जा रही है।
बताया जा रहा है कि बैठक में यूक्रेन और रूस के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूत सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल कीथ केलॉग भी शामिल होंगे। ब्रिटिश रक्षा सचिव जॉन हीली ने बताया कि विदेश मंत्रियों और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की बैठक में जंग कैसे रूक सकती है। दीर्घ अवधि में शांति कैसे सुनिश्चित की जा सकती है इसी पर विस्तार से चर्चा होगी।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि ब्रिटेन जाने वाले यूक्रेन के प्रतिनिधिमंडल को रूस के साथ केवल बिना शर्त या आंशिक युद्धविराम पर चर्चा करने का अधिकार है। युद्धविराम के बाद हम किसी भी प्रारूप में बातचीत के लिए बैठने के लिए तैयार हैं। वहीं क्रेमलिन प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने चेतावनी देते हुए कहा है कि समझौते का मुद्दा इतना जटिल है कि इस पर कुछ सख्त सीमाएं लगाना और किसी समझौते के लिए छोटी समय-सीमा निर्धारित करने का प्रयास करना गलत होगा।
Created On :   23 April 2025 7:43 PM IST