जिम्बाब्वे ने ई-पासपोर्ट किया लॉन्च, सीमा पार संगठित अपराध और अवैध प्रवास से लड़ने में मिलेगी मदद
- नए पासपोर्ट नामांकन केंद्र हुए शुरु
डिजिटल डेस्क, हरारे। जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति इमर्सन मनांगाग्वा ने पहचान की चोरी और जालसाजी को रोकने के लिए सुरक्षा इंतजाम बढ़ाने के उद्देश्य से देश का ई-पासपोर्ट लॉन्च किया है। मनांगगवा ने मंगलवार को लॉन्चिंग समारोह में कहा, यह कदम सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रणालियों के उपयोग के माध्यम से एक आधुनिक अर्थव्यवस्था की सरकार की दृष्टि के अनुरूप है, जो हरारे में एक नए पासपोर्ट नामांकन केंद्र के चालू होने के साथ मेल खाता है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, नए ई-पासपोर्ट की प्रमुख विशेषताओं में चिप के साथ एक इलेक्ट्रॉनिक कवर आएगा। म्नांगगवा ने कहा, इन बढ़ी हुई सुरक्षा सुविधाओं से सीमा पार संगठित अपराध और अवैध प्रवास से लड़ने में काफी मदद मिलेगी, जिससे हमारी आव्रजन प्रणाली को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने कहा कि लोगों को केवल बायोमेट्रिक्स के लिए रजिस्ट्री में उपस्थिति के साथ, दूरस्थ रूप से यात्रा दस्तावेजों के लिए आवेदन करने और भुगतान करने की अनुमति देने के लिए एक ऑनलाइन आवेदन प्रणाली शुरू की जाएगी। एक नए ई-पासपोर्ट की सामान्य प्रक्रिया में 100 डॉलर का खर्च आएगा, जबकि एक आपातकालीन पासपोर्ट के तत्काल प्रसंस्करण के लिए 200 डॉलर का खर्च आएगा। सभी वैध वर्तमान पासपोर्ट तब तक इस्तेमाल किए जा सकेंगे, जब तक कि वे 31 दिसंबर, 2023 तक अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार्य नहीं हो जाते।
(आईएएनएस)
Created On :   15 Dec 2021 12:00 PM IST