शरणार्थी मां, बच्चे तमिलनाडु पहुंचे
- मां और बच्चों को मंडपम शरणार्थी शिविर में रखा गया है
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच इस द्वीपीय देश से शरणार्थियों का भारतीय तटों की ओर आना जारी है। बुधवार को एक श्रीलंकाई महिला और उसके दो बच्चे तमिलनाडु के धनुषकोडी पहुंचे।
स्थानीय मछुआरों ने तमिलनाडु के समुद्री पुलिसकर्मियों को श्रीलंकाई महिला के अपने बच्चों के साथ आने की सूचना दी। चूंकि उनके पास कोई वैध दस्तावेज या कागजात नहीं थे, इसलिए उन्हें अरिचल पर्वत से रामेश्वरम के समुद्री पुलिस थाने में लाया गया और पुलिस ने उनसे पूछताछ की।
पुलिस सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि महिला वार्शिनी (37) और उसके बच्चे नैनिका (11) और रंगसन (4) श्रीलंका के बट्टिकलोआ के रहने वाले हैं।
आईएएनएस से बात करने वाले जांच अधिकारियों के अनुसार, महिला ने उन्हें बताया था कि उसने एक नाव मालिक को भारतीय तटों पर अवैध रूप से भेजने के लिए 2.5 लाख श्रीलंकाई रुपये का भुगतान किया था।
उसने कहा कि उन्होंने मंगलवार को सुबह 10 बजे मन्नार की खाड़ी से यात्रा शुरू की और बुधवार की सुबह पहुंचे।
मां और बच्चों को मंडपम शरणार्थी शिविर में रखा गया है।
वार्शिनी ने मंडपम शरणार्थी शिविर में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा, न केवल कीमत में वृद्धि हुई है, बल्कि हमारे देश में आवश्यक वस्तुएं अब दुर्लभ हैं। एक अंडे की कीमत 50 रुपये है और हमें बढ़ी हुई कीमत देने पर भी दूध पाउडर नहीं मिल रहा है। दो बच्चों की मां के रूप में मुझे श्रीलंका में रहना मुश्किल लगता है और बेहतर जीवन जीने के लिए हमने भारत पहुंचने का बड़ा जोखिम उठाया है।
वार्शिनी ने यह भी कहा कि उसने भारत की यात्रा करने के लिए नाव के मालिक को 2.5 लाख श्रीलंकाई रुपये का भुगतान किया और यह रकम जुटाने के लिए उसने अपने आखिरी सोने के गहने भी बेच दिए।
महिला ने कहा कि वह और उसके बच्चे भारत आने के लिए नाव का मन्नार की खाड़ी में तीन दिनों तक इंतजार करते रहे।
वार्शिनी और उसके दो बच्चों के आने के साथ भारतीय तटों पर पहुंचे श्रीलंकाई शरणार्थियों की संख्या 42 तक पहुंच गई है। ये सभी तमिलनाडु के मंडपम में रह रहे हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   20 April 2022 7:01 PM IST