राष्ट्रपति मिशेल औन ने संसदीय चुनाव में देरी के दावों को किया खारिज
- राष्ट्रीय और राजनीतिक जीवन में भागीदारी का कियाआह्वान
डिजिटल डेस्क, बेरुत। लेबनान के राष्ट्रपति मिशेल औन ने पूर्व प्रधानमंत्री साद हरीरी के राजनीति से दूर जाने के फैसले के बाद संसदीय चुनावों में संभावित देरी के दावों का खंडन किया है। लेबनान के वरिष्ठ सुन्नी धर्मगुरु ग्रैंड मुफ्ती अब्दुल लतीफ डेरियन से मुलाकात के बाद औन ने कहा कि हम समय पर चुनाव कराने के लिए सभी जरूरी तैयारियां कर रहे हैं और मुझे इसमें देरी का कोई कारण नहीं दिखता।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, हरीरी ने 24 जनवरी को घोषणा करते हुए कहा था कि वह राजनीतिक परिदृश्य में अपनी भागीदारी को निलंबित कर देंगे और आगामी संसदीय चुनावों में भाग नहीं लेंगे। पिछले कुछ दिनों में, 2022 के संसदीय चुनावों के लिए लेबनान में सुन्नी संप्रदाय द्वारा संभावित बहिष्कार के बारे में कई रिपोर्टें प्रसारित की गईं, जिससे मतदान में देरी होने का दावा किया गया।
मैरोनाइट ईसाई राष्ट्रपति औन ने लेबनान की एकता और राजनीतिक विविधता को बनाए रखने में सुन्नी समुदाय द्वारा निभाई गई भूमिका पर जोर दिया और राष्ट्रीय और राजनीतिक जीवन में लेबनान के सभी घटकों की भागीदारी का आह्वान किया। लेबनान में बदलाव और सुधार देखने की उम्मीद में अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने कई मौकों पर समय पर संसदीय चुनावों का आह्वान किया है।
(आईएएनएस)
Created On :   30 Jan 2022 3:00 PM IST