अगले हफ्ते चीन दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, शिखर बैठक में होंगे शामिल
- प्रधानमंत्री मोदी चीन के किंगदाओ शहर में 9-10 जून को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन के शिखर बैठक में भी हिस्सा लेने वाले हैं।
- भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस महीने के आखिरी सप्ताह में मुलाकात करेंगे।
- प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह चौथा चीन दौरा होगा।
- शंघाई सहयोग संगठन में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सुषमा स्वराज शनिवार को चार दिन
डिजिटल डेस्क, पेइचिंग। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस महीने के आखिरी सप्ताह में मुलाकात करेंगे। पिछले साल डोकलाम में दोनों देशों के बीच लंबे समय तक चले सैन्य गतिरोध के बाद दोनों देशों के लिए यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। पेइचिंग में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के साथ जॉइंट प्रेस कान्फ्रेंस को संबोधित करते हुए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने बताया कि राष्ट्रपति जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच वुहान में 27 और 28 अप्रैल को अनौपचारिक शिखर बैठक होगी।
गौरतलब है कि शंघाई सहयोग संगठन में विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए सुषमा स्वराज शनिवार को चार दिन के दौर के लिए यहां पहुंची है। यहां चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस दौरान सुषमा स्वराज और वांग यी ने अपनी इस मुलाकात में द्विपक्षीय संबधों को मजबूत करने और रिश्तों में सुधार के लिए बढ़े स्तर पर प्रयास करने की बात कही है।
स्टेट काउंसलर बनाए जाने के बाद वांग से सुषमा की यह पहली मुलाकात है। मुलाकात के दौरान सुषमा ने वांग को स्टेट काउंसलर बनाए जाने पर बधाई दी। स्टेट काउंसलर के साथ ही वांग भारत चीन सीमा वार्ताओं के लिए विशेष प्रतिनिधि नियुक्त किए गए है। बैठक में वांग ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों में विकास हुआ है जिसका सकारात्मक प्रभाव भी देखने को मिला है।
पीएम का चीन में चौथा दौरा
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी का यह चौथा चीन दौरा होगा। इसके अलावा वह जून में भी चीन दौरे पर जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी चीन के किंगदाओ शहर में 9-10 जून को होने वाले शंघाई सहयोग संगठन के शिखर बैठक में भी हिस्सा लेने वाले हैं। उस दौरान भी उनकी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात हो सकती है।
इन मुद्दो पर बनी सहमति
मुलाकात के दौरान सुषमा ने यह भी बताया है कि नाथु ला दर्रा से होने वाली कैलाश मानसरोवर यात्रा इस साल से बहाल होगी। उन्होंने कहा है कि भारत औऱ चीन आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन, ससटेनेबल डिवेलपमेंट ग्लोबल हेल्थकेयर के क्षेत्र में मिलकर काम करने को लेकर सहमत हुए हैं।
अजीत डोभाल भी कर चुके हैं मुलाकात
सुषमा और वांग की मुलाकात से ठीक पहले डोकलाम में सैन्य गतिरोध के बाद दोनों देशों ने तनाव घटाने और संबंधो को सुधारने के लिए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और चीन की सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के शीर्ष अधिकारी यांग जिशी के बीच शंघाई में मुलाकात हुई थी।
ACO में बढ़ा भारत का प्रभाव
चीन के विदेश मंत्री वांग ने कहा कि इस साल चीन की नेशनल पीपल्स कांग्रेस के समापन की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति शी चिनफिंग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से फोन कॉल आया था जोकि बेहद अहम था। इस कॉल ने दोनों देशों के बीच वार्ता को सकारात्मक रूप दिया है। उन्होंने कहा, "हमारे दोनों नेताओं ने विचारों का गहन आदान प्रदान किया और चीन भारत संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंचे।" वांग ने कहा "ACO में भारत की सदस्यता से संगठन को गति मिली है। साथ ही हमनें भारत-चीन सहयोग के लिए एक नया मंच भी मुहैया कराया है और मेरा मानना है कि भारत संगठन में सकारात्मक योगदान देगा।"
Created On :   22 April 2018 7:42 PM IST