रिहाई: आंध्र प्रदेश के 22 मछुआरों को छोड़ेगा पाकिस्तान, 6 जनवरी को बाघा बॉर्डर लौटेंगे भारत
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- YSRCP ने मछुआरों की रिहाई के लिए विदेश मंत्री से मांग की थी
- तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी रिहाई के लिए आश्वस्त किया था
- नवंबर
- 2018 में में पाक समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने गुजरात तट से गिरफ्तार किया था
डिजिटल डेस्क, अमरावती। जासूसी के आरोप में पाकिस्तान द्वारा गिरफ्तार किए गए आंध्र प्रदेश के सभी 22 मछुआरों की 6 जनवरी को रिहाई की जाएगी। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद में इंडियन हाई कमीशन को सूचित किया है कि पाकिस्तान सरकार ने 6 जनवरी को मछुआरों को रिहा करने और वाघा बॉर्डर के जरिए भारत भेजने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी प्रदेश की सत्तारूढ़ युवाजना श्रामिका रैतु कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज कर के दी।
विदेश मंत्री से रिहाई के लिए मांग की गई थी
YSRCP के संसदीय दल के नेता वी. विजयसाई रेड्डी ने 22 अगस्त को विदेश मंत्री एस जयशंकर को पत्र लिखा था। इस पत्र में आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम और विजयनगरम जिलों के मछुआरों की रिहाई के लिए कदम उठाने की मांग की थी। मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित होने के बाद YSRCP ने उनकी रिहाई का श्रेय लिया और कहा कि उनकी पार्टी के लगातार प्रयासों से यह सफलता हासिल हुई है।
सुषमा स्वराज ने दिया था आश्वासन
YSRCP ने बताया कि बंधक बनाए गए सभी मछुआरों के परिवारों के साथ पार्टी ने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की थी और उन्होंने कूटनीतिक माध्यमों के जरिए मछुआरों की रिहाई के प्रयास का भरोसा भी दिया था। बता दें कि उत्तरी तटीय आंध्र क्षेत्र के मछुआरों को नवंबर, 2018 में पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी ने गुजरात तट से गिरफ्तार किया था।
Created On :   3 Jan 2020 8:09 PM IST