स्कूल जाती लड़कियां घरों में हो गई कैद, भूख से मर रहे लोग, बीते 4 महीनों में तालिबान ने बदल दी अफगानियों की जिंदगी
- 15 अगस्त को तालिबानी ने किया था काबुल पर कब्ज़ा
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कहते है परिवर्तन सृष्टि का नियम है। अगर समय अच्छा है तो बुरा भी आएगा और अगर बुरा है तो, अच्छा भी जरुर आएगा। किसी देश में हंसते-मुस्कुराते नन्हें बच्चें, स्वतंत्र महिलाएं और खुशहाल जिंदगी जीने वाले नागरिक...इन सब की दुनिया एक दिन अचानक पलट जाती है। अफगानिस्तान में आता है तालिबान का शासन। 15 अगस्त को तालिबानी काबुल पर अपना कब्ज़ा जमा लेते है और वहां के लोगों को इस बात का अंदाजा हो जाता है कि आने वाले समय में हालात कितनी खराब हो सकती है। तालिबानी शासन को लगभग 100 दिन होने वाले है और अब स्थिति बेहद गंभीर बन चुकी है।
वर्तमान समय में अफगानिस्तान में बहुत कुछ बदल चुका है। राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग चुके है और तालिबानियों के आगे गनी सरकार के सैनिकों ने पहले ही हार मान ली थी। तालिबानी प्रशासन को दुनिया के किसी देश ने मान्यता नहीं दी है। अमेरिका समेत पश्चिम देशों ने अफ़ग़ानिस्तान की मदद बंद कर दी है। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी थी कि,अफ़ग़ानिस्तान के 2.2 करोड़ से अधिक लोगों को भूख से बचाने के लिए वर्ल्ड फूड प्रोग्राम (डब्ल्यूएफपी) को अनाज की आपूर्ति बढ़ानी होगी और अगर आने वाले समय में मौसम में भयंकर परिवर्तन हुए तो, यहां भूखमरी और आकाल की स्थिति पैदा हो सकती है।
कैसी है स्थिति
तालिबान ने जबसे काबुल पर कब्जा किया है उसके बाद ही पश्चिमी देशों से मदद मिलना बंद हो गया। अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह लड़खड़ा चुकी है। माना जा रहा कि, सर्दियों के मौसम में नागरिकों के लिए चुनौती दोगुनी हो सकती है।संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया से अपील की है कि वो अफगान नागरिकों की मदद करें। डब्ल्यूएफपी के कार्यकारी निदेशक डेविड बेस्ली ने अफगानिस्तान का दौरान करने के बाद कहा कि,
- अफगानिस्तान में 95 फ़ीसदी लोगों के पास पर्याप्त भोजन नहीं है।
- 2.3 करोड़ लोग आने वाले समय में भूखमरी का शिकार हो सकते है।
- अफगानिस्तान में आने वाले 6 महीनें बेहद कठिन और विनाशकारी साबित हो सकते है।
तालिबान ने किन चीजों पर लगाई रोक
- फ्रंटियर पोस्ट के मुताबिक, "तालिबान ने दक्षिणी अफगानिस्तान के हेलमंद में स्टाइलिश हेयरस्टाइल और दाढ़ी शेव करने पर बैन लगाया है।"
- खामा न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लड़के और लड़कियां एक साथ पढ़ाई नहीं करेंगे। दोनों के लिए अब अलग-अलग क्लास रूम होंगे।
- तालिबान ने सत्ता हासिल करने के बाद लड़कियों और महिलाओं को घर पर रहने का निर्देश जारी किया।
- शरिया क़ानून और अफ़ग़ान मूल्यों के ख़िलाफ़ किसी भी फिल्म पर प्रतिबंध
- पुरुष नहीं दिखाएंगे अपने इंटिमेट बॉडी पार्टस के फ़ुटेज।
- धर्म का मजाक उड़ाने वाले कोई भी इंटरटेनमेंट और कॉमेडी शो पर प्रतिबंध।
- विदेशी सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने वाली विदेशी फ़िल्मों के प्रसारण पर रोक। ऐसे ही कई और कड़े प्रतिबंध लागू किए गए है।
Created On :   24 Nov 2021 12:00 PM IST