ड्रोन हमला: सऊदी का तेल उत्पादन 50 फीसद ठप, दुनिया भर में बढ़ेंगे दाम
- अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब रिजर्व तेल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है
- सऊदी अरब में तेल संंयंत्रो पर ड्रोन से हमला
- हमले के बाद बढ़े 10 से 12 फीसदी बढ़े तेल के दाम
डिजिटल डेस्क, रियाद। सऊदी अरब में तेल की दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी कंपनी अरामको के दो तेल संयंत्रों पर शनिवार सुबह हुए ड्रोन हमले का बुरा असर देखने को मिल रहा है। इसकी वजह से सऊदी अरब की इस सबसे बड़ी तेल व गैस कंपनी के उत्पादन में 50 फीसद तक की कमी आई है। हमले के बाद कच्चे तेल के दाम 10 से 12 फीसदी तक बढ़ गए हैं। इतना ही नहीं तेल की कीमतें अगले कई दिनों में और भी बढ़ सकती हैं। वहीं, इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब रिजर्व तेल के इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है।
सऊदी की एक समाचार एजेंसी के मुताबिक सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री प्रिंस अब्दुलाजिज बिन सलमान ने शनिवार को जानकारी दी थी कि ड्रोन हमलों की वजह से 57 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का उत्पादन प्रभावित हुआ है, जो कंपनी के कुल उत्पादन का लगभग आधा है। इसका असर भारत समेत दुनिया के अन्य देशों पर देखने को मिल सकता है। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा है कि सऊदी अरब की कंपनी अरामको पर हमले के बाद तेल की कीमतों पर प्रभाव पड़ सकता है। मैंने बाजारों को अच्छी आपूर्ति रखने के लिए रिजर्व तेल के इस्तेमाल को मंजूरी दी है।
बता दें कि सऊदी में तेल कंपनी अरामको के दो संयंत्रों पर शनिवार को ड्रोन से हमला किया गया था। यमन के विद्रोहियों की तरफ से यह हमला ऐसे समय में किया गया है जब यह कंपनी शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने को लेकर तैयारी कर रही है। इस हमले के बाद आधे से ज्यादा तेल उत्पादन प्रभावित हुआ है। इस हमले की जिम्मेदारी यमन में ईरान से जुड़े हूती विद्रोहियों ने ली है। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी है कि भविष्य में सऊदी पर हमलों के उनके अभियान में और तेजी आएगी। सऊदी पर ऐसे और हमले करने के लिए उन्होंने 10 ड्रोन तैनात किए हैं।
Created On :   16 Sept 2019 10:39 AM IST