Belarus: बेलारूस हड़ताल के नेता को जेल, विपक्षी एक्टिविस्ट को हिरासत में लिया गया
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डिजिटल डेस्क, मीन्स्क। बेलारूस के अधिकारियों ने सोमवार को एक फैक्ट्री स्ट्राइक ऑर्गेनाइजर एनाटोली बोकुन को 15 दिनों की जेल की सजा दी और एक प्रमुख विपक्षी कार्यकर्ता को हिरासत में ले लिया। ये फ्रैक्ट्री सोलीगॉर्स्क में है जिसमें पोटाश फर्टिलाइजर का उत्पादन होता है। ये फ्रैक्ट्री देश की टॉप कैश अर्नर है। 26 साल से सत्ता पर काबिज राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेनको ने उनके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों को पश्चिमी कठपुतलियां बताया और यूरोपियन यूनियन की मध्यस्थता के प्रस्तावों को भी अस्वीकार कर दिया।
बेलारूसकली स्ट्राइक कमेटी के प्रवक्ता ग्लीब सैंड्रास ने कहा कि अधिकारियों ने दो हफ्ते पहले शुरू की गई फैक्ट्री में हड़ताल को रोकने में कामयाबी हासिल की और अब सभी पोटाश माइंस काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बेलारूस की स्टेट सिक्योरिटी कमेटी के एजेंटों ने कर्मचारियों पर हड़ताल खत्म करने का दबाव डाला था। बेलारूस के उप प्रधानमंत्री यूरी नज़ारोव ने सोमवार को स्वीकार किया कि हड़ताल ने समस्या पैदा की है, लेकिन कहा कि सभी प्रमुख औद्योगिक संयंत्रों ने सामान्य संचालन फिर से शुरू कर दिया है।
बता दें कि जून 1994 को बेलारूस में पहला राष्ट्रपति चुनाव हुआ था। इस चुनाव में अलेक्जेंडर लुकाशेनको ने जीत हासिल की और वह बेलारूस के पहले राष्ट्रपति बने। उस दिन से लेकर आज तक बेलारूस में छह चुनाव हो चुके हैं, लेकिन चुनाव के निष्पक्ष नहीं होने के कारण लुकाशेनको बेलारूस के राष्ट्रपति बने हुए हैं। इलेक्शन से पहले ही लुकाशेनको की जीत तय होती है। इसी वजह से एलक्जेंडर लुकाशेंको को यूरोप का आखिरी तानाशाह कहा जाता है। लुकाशेंको सत्ता में रहने के लिए संवैधानिक संशोधन और कानूनों में बदलाव करते रहे हैं।
बेलारूस में 9 अगस्त को छठी बार राष्ट्रपति चुनाव हुए। इस चुनाव में लुकाशेंको के खिलाफ सरहेई तसिख़ानोउस्की खड़ा होना चाहते थे। सरहेई तसिख़ानोउस्की लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ता हैं। मगर उन्हें बिना किसी आरोप के जेल में डाल दिया गया। ऐसे में सरहेई तसिख़ानोउस्की की पत्नी स्वेतलाना ने टीचर की अपनी नौकरी छोड़ी और चुनाव में खड़ी हो गईं। मगर पब्लिक जानती थी कि लुकाशेनको चुनाव में धांधली करवाएंगे और हुआ भी यही। अलेक्जेंडर लुकाशेंको छठी बार बेलारूस के राष्ट्रपति बने।
ऐसे में लोग सड़कों पर उतर आए हैं। प्रदर्शनकारी दोबारा चुनाव की मांग कर रहे हैं, लेकिन लुकाशेनको ने कह दिया है कि उनके मरने के बाद ही ऐसा होगा।
Created On :   1 Sept 2020 12:44 AM IST