पश्चिमी लीबिया में सशस्त्र समूहों ने चुनावी कानूनों को किया खारिज, कहा- ये एक तानाशाही परियोजना है

Armed groups condemn electoral laws in western Libya
पश्चिमी लीबिया में सशस्त्र समूहों ने चुनावी कानूनों को किया खारिज, कहा- ये एक तानाशाही परियोजना है
चुनावी कानूनों की निंदा पश्चिमी लीबिया में सशस्त्र समूहों ने चुनावी कानूनों को किया खारिज, कहा- ये एक तानाशाही परियोजना है
हाईलाइट
  • 28 लाख से अधिक लीबिया के मतदाताओं के वोट डालने की उम्मीद है

डिजिटल डेस्क, त्रिपोली। पश्चिमी लीबिया में स्थित कई सशस्त्र समूहों ने प्रतिनिधि सभा (संसद) द्वारा जारी आगामी चुनावों के कानूनों को खारिज कर दिया है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सशस्त्र समूहों ने एक बयान में कहा कि चुनाव कानूनों को कानूनी रूप से चुनौती दी गई है।

बयान में कहा गया, चुनाव कानूनों को खारिज करने का मतलब चुनाव को खारिज करना नहीं है। बयान में कहा गया है, संविधान या संवैधानिक आधार के बिना राष्ट्रपति चुनाव एक तानाशाही परियोजना है, चाहे नतीजे कुछ भी हों। राष्ट्रपति चुनने के लिए इस साल 24 दिसंबर को 28 लाख से अधिक लीबिया के मतदाताओं के वोट डालने की उम्मीद है। चुनाव संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित लीबियाई राजनीतिक वार्ता मंच द्वारा अपनाए गए रोडमैप का हिस्सा हैं।

(आईएएनएस)

Created On :   11 Nov 2021 3:00 PM IST

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