अपना वर्चस्व बरकरार रखने 2024 तक प्रोजेक्ट मून पूरा करेगा अमेरिका
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत और चीन की उपलब्धियां बढ़ने के बाद अब अमेरिका चाँद पर वापसी करना चाह रहा है। इसके लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने नासा को काम में गति लाने को कहा है। अमेरिका एक नई तकनीक पर कार्य कर रहा है। नासा ने एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है, जिसके माध्यम से 2024 तक लक्ष्य को हासिल किया जाना है।
बता दें कि अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में संयुक्त अमेरिका शुरू से ही सभी देशों से आगे रहा है। चाँद से लेकर मंगल तक सबसे पहले US ही पहुंचा है और आगे भी अपना वर्चस्व बनाए रखने के लिए वह कई तरह के प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है। मंगल मानवयुक्त मिशन से पहले चंद्रमा एक आवश्यक कदम उठा सकता है। अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेंस ने अलवामा के अमेरीकी अंतरिक्ष और रॉकेट केंद्र में कहा यदि नासा अपने कार्य को करने के लिए तैयार है तो जो प्रोजेक्ट का समय 2028 है, लेकिन उसे 2024 तक पूरा कर लिया जाना चाहिए।
बता दें कि अपोलो 11 सैटर्न वी द्वारा 1969 में 12 अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर ले जाया गया था। बता दें कि निजी क्षेत्रों में एलन मस्क की स्पेसएक्स ने क्रांति कर रखी है। रॅाकेट लॅान्चर, बिलियनेयर्स जेफ बेजोस और रिचर्ड ब्रेनसन ने स्पेस फ्लाइट कॉर्नपिनोस ब्लू और वर्जिन गैलेक्टिक की स्थापना की है। दशकों के बाद सक्षम प्रतियोगी आ रहे हैं और अमेरिकी अंतरिक्ष में अपनी बढ़त खो रहा है। चीन, रूस और अब भारत भी अंतरिक्ष महाशक्तियों में शामिल हो गया है। चीन ने इस वर्ष की शुरुआत में चंद्रमा पर 2030 में अंतरिक्ष यात्रियों को उतारने के लक्क्ष के रूप में एक रोवर उतार कर इतिहास बनाया है।
Created On :   31 March 2019 12:32 AM IST