नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकोब फ्रेडुलंद ने रानी मुखर्जी की फिल्म "मिसेस चटर्जी वार्सेस नॉर्वे" पर उठाए सवाल, बोले- फिल्म से बिल्कुल उल्टा है हमारा देश

Ambassador of Norway Hans Jakob Friedlund raised questions on Rani Mukherjees film Mrs Chatterjee Wars Norway, said - our country is completely opposite to the film
नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकोब फ्रेडुलंद ने रानी मुखर्जी की फिल्म "मिसेस चटर्जी वार्सेस नॉर्वे" पर उठाए सवाल, बोले- फिल्म से बिल्कुल उल्टा है हमारा देश
फिल्म पर सवाल नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकोब फ्रेडुलंद ने रानी मुखर्जी की फिल्म "मिसेस चटर्जी वार्सेस नॉर्वे" पर उठाए सवाल, बोले- फिल्म से बिल्कुल उल्टा है हमारा देश
हाईलाइट
  • फिल्म में मां अपने बच्चों की कस्टडी वापस पाने के लिए नॉर्वे की कानून व्यवस्था और प्रशासन के खिलाफ लड़ती है

डिजिटल डेस्क, मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस रानी मुखर्जी अपनी फिल्मों से पिछले 28 सालों से फैंस का मनोरंजन करती आ रही हैं। शुक्रवार 17 मार्च को रानी मुखर्जी की नई फिल्म "मिसेस चटर्जी वार्सेस नॉर्वे" सिनेमा घरों में रिलीज हुई। रानी की यह लेटेस्ट फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आ रही है, इसके साथ ही सेलेब्स और क्रिटिक्स ने भी इसे शानदार रिव्यू दिए हैं। लेकिन नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकोब फ्रेडुलंद को रानी की यह फिल्म पसंद नहीं आई। फिल्म में दिखाया गया है कि एक इंडियन मां अपने बच्चों को वापस पाने के लिए विदेश (नॉर्वे) के प्रशासन और वहां की कानूनी व्यवस्था से लड़ती है। जिसकी वजह से हंस जैकोब ने रानी की इस फिल्म में दिखाए गए कुछ सीन्स पर सवाल उठाए हैं। 

फिल्म से बहुत अलग है नॉर्वे

रानी मुखर्जी की इस फिल्म को लेकर नॉर्वे के एम्बेसडर हंस जैकोब फ्रेडुलंद ने इंडियन एक्सप्रेस से हुई बातचीत में कहा कि फिल्म में नॉर्वे के बारे में गलत दिखाया गया है। यह हमारे देश के बारे में गलत नैरेटिव प्रेजेंट करती है और इसमें 'फेक्चुअल इन एक्यूरेसी' है। फिल्म की स्टोरी फिक्शनल रिप्रेजेंटेशन केस है और इसमें प्राइमरी फैक्टर के रुप में कल्चरल डिफरेंसेस को दिखाया गया है। जो पूरी तरह से गलत है। इसके अलावा उन्होंने नॉर्वे के लोगों द्वारा फिल्म में बच्चों का केयर ना करने वाले सीन्स का भी खंडन किया। 

नॉर्वे के लोग भी करते हैं बच्चों की केयर 

हंस जैकोब ने कहा फिल्म में दिखाया गया है कि नॉर्वे के लोग अपने बच्चों की केयर अच्छी तरह से नहीं करते हैं। लेकिन यह बिल्कुल भी सही नहीं है हमारे देश के लोग भी अपने बच्चों को अपने हाथों से खिलाते हैं और उन्हें कहानियां सुनाकर अपने साथ ही सुलाते हैं। उन्होंने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि मैं भी अपनी बेटियों का ख्याल ऐसे ही रखता था। उन्होंने कहा कि, "जब मैं झूठे नैरेटिव्स को दोहराता देखता हूं तो यह मेरे लिए सहना मुश्किल हो जाता है। मुझे यह चिंता होती है कि हमारे भारतीय फ्रेंड नॉर्वे वालों को निर्दयी अत्याचारी समझेंगे, जो हम निश्चित रूप से नहीं हैं।" 

क्या है फिल्म की कहानी?

आशिमा चिब्बर की डायरेक्शन में बनी "मिसेस चटर्जी वार्सेस नॉर्वे" एक फैमिली मूवी है। फिल्म में रानी मुखर्जी लीड रोल नजर आईं हैं, जबकि नीना गुप्ता, जिम सरभ और अनिर्बान भट्टाचार्य ने भी फिल्म में अहम किरदार निभाया है। फिल्म की पूरी स्टोरी मां और उसके बच्चों के आसपास घूमती है। जहां मां अपने बच्चों की कस्टडी वापस पाने के लिए नॉर्वे की कानून व्यवस्था और प्रशासन के खिलाफ लड़ती है। 
 

Created On :   17 March 2023 4:47 PM IST

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