भूकंप के झटके: नेपाल में कांपी धरती, 10 किलोमीटर गहराई में था भूकंप का केंद्र

नेपाल में कांपी धरती, 10 किलोमीटर गहराई में था भूकंप का केंद्र
  • नेपाल में लगातार भूकंप के झटके
  • पहाड़ी देश होने के चलते नेपाल में भूकंप आना आम बात हुई
  • नवंबर 2023 में महसूस किए गए थे कई भूकंप के झटके

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नेपाल में शनिवार 21 की सुबह 4.8 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप भारतीय समयानुसार 3:59 बजे आया। इसका केंद्र जुम्ला जिले में 10 किलोमीटर की गहराई में था। इसमें अब तक किसी जानमाल के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है। नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी (NCS) ने यह जानकारी दी और यह भी बताया कि भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर गहराई में था। USGS के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जुम्ला जिले में था। हालांकि आपको बता दें भूकंप से अभी तक मिली जानकारी के अनुसार किसी के जानमाल के नुकसान की सूचना सामने नहीं आई है।

आपोक बता दें नेपाल एक पहाड़ी देश है, यहां बार बार भूकंप का आना आम बात हो गई है।कुछ दिन पहले यानि 17 और 19 दिसंबर को भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। 19 दिसंबर को नेपाल के पार्शे से 16 किलोमीटर दूरी पर 4.2 और 17 दिसंबर को मेलबिसौनी से 23 किलोमीटर दूरी पर 4.4 तीव्रता के झटके महसूस किए गए।

यूएसजीएस पर 20 दिसंबर के 10.29 बजे तक के अपडेट के मुताबिक, 5 तीव्रता के झटके जुम्ला के 62 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम में दर्ज किए गए थे। इससे जुम्ला, दिपायल, दैलेख, बीरेंद्रनगर और डडेलधुरा तक आसपास के इलाके में झटके महसूस किए गए।

नेपाल ने पिछले कुछ सालों में गंभीर भूकंप का सामना किया है। नवंबर 2023 में ही 6.4 तीव्रता के भूकंप में नेपाल में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे। इस भूकंप में पश्चिमी नेपाल के जारकोट और रुकुम जिलों में भारी तबाही मची थी, जिसमें कमोबेश 150 लोग घायल भी हो गए थे। कई मकानों में दरारें आ गई थीं और कई घर तबाह हो गए थे।

2023 में ही अक्टूबर महीने में 6.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके नेपाल में महसूस किए गए थे, ये भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इससे झटके दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए थे। इससे एक साल पहले, नवंबर 2022 में, डोटी जिले में 6.3 तीव्रता के भूकंप के बाद 6 लोगों की मौत हो गई थी। इससे पहले 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने पहाड़ी देश में 12,000 से अधिक लोगों की जान ले ली थी।

Created On :   21 Dec 2024 12:19 PM IST

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