कनाडा -अमेरिका विवाद: नए पीएम मार्क कार्नी ने ट्रंप को दी चुनौती, कहा कनाडा कभी भी किसी भी तरह से अमेरिका में शामिल नहीं होगा

नए पीएम मार्क कार्नी ने ट्रंप को दी चुनौती, कहा कनाडा कभी भी किसी भी तरह से अमेरिका में शामिल नहीं होगा
  • कार्नी पहली बार किसी निर्वाचित पद पर कार्यभार संभालने जा रहे है
  • हॉकी की तरह, व्यापार में भी कनाडा जीतेगा- कार्नी
  • टैरिफ को लेकर दोनों देशों में बढ़ा विवाद

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कनाडा में 59 वर्षीय मार्क कार्नी ने जस्टिन ट्रूडो की जगह ली है। कार्नी कनाडा के नए प्रधानमंत्री बनें है। कार्नी आगाम कुछ दिनों में पीएम पद की शपथ लेंगे। कार्नी ने अपने विजयी भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पर जमकर निशाना साधा। कार्नी ने कहा कि ट्रंप कनाडाई श्रमिकों, परिवारों और व्यवसायों पर हमला कर रहे हैं। हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे। उन्होंने आगे कहा अमेरिकियों को कोई गलतफहमी नहीं होनी चाहिए। हॉकी की तरह, व्यापार में भी कनाडा जीतेगा। कार्नी ने अपने भाषण में कहा कनाडा कभी भी किसी भी तरह से अमेरिका में शामिल नहीं होगा।

कार्नी ऐसे वक्त में पीएम बन रहे है जब अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा के खिलाफ टैरिफ बढ़ाना का ऐलान किया है। एक तरह से ट्रंप ने कनाडा के खिलाफ व्यापार युद्ध छेड़ रखा है। ट्रंप कई दिनों से कनाडा पर हमलावर है। यहां तक की ट्रंप कनाडा को अमेरिका का 51 वां राज्य घोषित कर चुके है। ट्रंप कनाडा के पीएम को राज्य का गर्वनर तक कह चुके है। ट्रंप ने कनाडा से आयातित उत्पादों पर टैरिफ लगाया, जवाब में कनाडा ने भी टैरिफ लगाया। इसके चलते ट्रंप ने हालफिलहाल टैरिफ प्लान को टाल दिया है। कार्नी ने कहा उनकी सरकार अमेरिकी आयातों पर टैरिफ तब तक जारी रखेगी जब तक अमेरिकी हमें सम्मान नहीं देते।

आपको बता दें कार्नी पहली बार किसी निर्वाचित पद पर कार्यभार संभालने जा रहे है। कनाडा के केन्द्रीय बैंक और बैंक ऑफ इंग्लैण्ड के पूर्व गवर्नर ने रविवार को लिबरल पार्टी के नेतृत्व की प्रतियोगिता में 3 प्रतिद्वंद्वियों को अत्यधिक वोटों से मात दी है।

टैरिफ को लेकर ट्रूडो ने भी अपने अमेरिकी समकक्ष पर देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करने का प्रयास करने का आरोप लगाया। बीते दिन रविवार को अपनी लिबरल पार्टी को विदाई संबोधन के दौरान चेतावनी भरे लहजे में ट्रूडो ने कहा कनाडा को अमेरिका से अस्तित्व संबंधी चुनौती और आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है। आपको बता दें करीब एक दशक बाद ट्रूडो ने जनवरी में अपनी घटती लोकप्रियता के चलते पीएम पद से इस्तीफा दिया था।

Created On :   10 March 2025 2:33 PM IST

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