बांग्लादेश हिंसा: हिंदुओं पर जारी हिंसा को लेकर अमेरिका ने जताई चिंता, कांग्रेस नेता शर्मन ने यूनुस सरकार को याद दिलाई क्या है उनकी भूमिका
- हिंदुओं को हिंसा से बचाएं- शर्मन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हो रही हिंसा और अत्याचार को लेकर अमेरिका के नेता ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस नेता ब्रैड शर्मन ने बांग्लादेश की सरकार से हिंदुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कहा। साथ ही, उन्होंने दुख भी जाहिर कर सरकार को उनकी भूमिका से भी अवगत करवाया।
ब्रैड शर्मन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर लिखा- बांग्लादेश सरकार का कर्तव्य है कि वह सभी नागरिकों, खास तौर पर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को हिंसा से बचाए। मैं बांग्लादेश के हिंदू समुदाय के खिलाफ हाल ही में हुए हमलों से परेशान हूं और बांग्लादेश सरकार से हिंदू विरोधी हिंसा को खत्म करने के लिए गंभीर कदम उठाने का आग्रह करता हूं।
The #Bangladesh government has a duty to protect all citizens, particularly the minority #Hindu community, against violence. I am outraged by recent attacks against Bangladesh's Hindu community and urge Bangladesh's government to take serious action to end anti-Hindu violence.
— Congressman Brad Sherman (@BradSherman) December 3, 2024
इस्कॉन पुजारी पुलिस हिरासत में
इस्कॉन पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास को चटगांव से 25 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद से हिंसा भड़क उठी। बता दें, 3 दिसंबर को कृष्ण दास की जमानत याचिक कोर्ट में सुनवाई होनी थी। लेकिन उसे अगले महीने तक के लिए टाल दिया गया।
वकील पर हमला
कृष्ण दास के वकील रमन रॉय के ऊपर सुनवाई से पहले इस्लामी कट्टरपंथियों ने हमला कर दिया था। लोग उनके घर पर घुस गए, तोड़फोड़ की और उन पर हमला कर दिया। उन्हें बहुत गंभीर चोट आई है। रॉय को आईसीयू में भर्ती करना पड़ा।
कोर्ट में पेशी से इनकार
वकील रॉय ने तीन दिसंबर को होने वाली सुनवाई में पेश होने से इनकार कर दिया था जिससे कोर्ट ने अगले महीने तक सुनवाई की तारीख आगे बढ़ा दी।
आपको बता दें कि, कृष्ण दास के ऊपर हिंदुओं को बांग्लादेश के खिलाफ भड़काने, हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोप लगे हैं। इन्हीं आरोपों के चलते उन्हें चटगांव से 25 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद हिंदुओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध किया। वहीं, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात के कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए। यहीं से बवाल की शुरूआत हुई।
Created On :   5 Dec 2024 11:10 AM IST