शाहरुख खान के नाम पर रखी गई भारतीय महिला शोधकर्ताओं के लिए छात्रवृत्ति योजना फिर से शुरू
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। अभिनेता शाहरुख खान के नाम पर रखी गई भारतीय महिला शोधकर्ता छात्रवृत्ति योजना फिर से शुरू होगी। इसे मेलबर्न के भारतीय फिल्म महोत्सव और ला ट्रोब विश्वविद्यालय के साथ साझेदारी में प्रदान किया जाता है। छात्रवृत्ति के लिए पंजीकरण 18 अगस्त से शुरू हुआ और 23 सितंबर तक चलेगा।
2019 में पहली बार छात्रवृत्ति की घोषणा की गई, जिसमें एसआरके मुख्य अतिथि थे।
विश्वविद्यालय ने कहा, इस योजना के तहत 800 से अधिक लोगों ने आवेदन दिए, जिससे इसकी लोकप्रियता का पता चलता है।
इस छात्रवृत्ति के लिए मानदंड यह है कि, महिला उम्मीदवार को भारतीय नागरिक होना चाहिए, जो भारत में रह रही हो और पिछले 10 वर्षों के भीतर मास्टर ऑफ रिसर्च की डिग्री पूरी कर ली हो।
चयनित छात्र को चार साल की ला ट्रोब यूनिवर्सिटी में फुल-फीस रिसर्च छात्रवृत्ति मिलेगी।
फेस्टिवल के निदेशक मीतू भौमिक लांगे ने कहा, हम सभी जानते हैं कि शाहरुख का दिल बहुत बड़ा है और उन्होंने इसे फिर से साबित कर दिया है। छात्रवृत्ति भारत की एक महिला शोधकर्ता के लिए एक जीवन बदलने वाला अवसर है। भारत प्रतिभा और चिंगारी से भरा है और बस उस चिंगारी को जलाने की जरूरत है।
एसआरके का आईएफएफएम के साथ जुड़ाव काफी पुराना है लेकिन अब चूंकि यह एक कारण के लिए है, यह इसे और भी खास बनाता है। ला ट्रोब यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक है और इस विश्वविद्यालय में अध्ययन करने का मौका मिलना सभी की इच्छा रहती है।
आईएफएफएम के फिजिकल इवेंट के दौरान 2019 में छात्रवृत्ति की घोषणा की गई थी लेकिन महामारी और यात्रा प्रतिबंधों के कारण इसे पिछले साल रोक दिया गया था।
दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों में से एक के रूप में नामित, ला ट्रोब विश्वविद्यालय ने भारत के कुछ प्रसिद्ध गणमान्य व्यक्तियों की मेजबानी की है, जैसे कि प्रधान मंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी, कपिल देव, मलाइका अरोड़ा, अमिताभ बच्चन, राजकुमार हिरानी और अभिजीत जोशी।
(आईएएनएस)
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Created On :   30 Aug 2022 4:31 PM IST