लेट्स मीट: सोशल मीडिया लव स्टोरी का क्लाइमेक्स करता हैं सरप्राइज

सोशल मीडिया लव स्टोरी का क्लाइमेक्स करता हैं सरप्राइज
  • फिल्म रिव्यु : लेट्स मीट
  • बैनर : यू वी फिल्म्स
  • मुख्य कलाकार: तनुज विरवानी, सुमन राणा, सुप्रिया शैलजा, लितेश पवार
  • निर्माता: प्रदीप रंगवानी
  • निदेशक: रिकी संधू
  • ओरिजिनल स्टोरी एंड क्रिएटिव प्रोड्यूसर : अनिल अक्की
  • अवधि : 1 hr 43 min
  • सेंसर :U /A
  • रिलीज़ तारीख : 7 फरवरी 2025
  • रेटिंग : ⭐️⭐️⭐️ 1/2

वेब सीरीज इन्साइड एज और मुर्शिद में अपनी ऐक्टिंग से एक अलग पहचान बनाने वाले ऐक्टर तनुज विरवानी और बॉलीवुड डैब्यू करने जा रही ऐक्ट्रेस सुमन राणा की फिल्म 'लेट्स मीट' इसी हफ्ते रिलीज हो रही है। यह फिल्म सोशल मीडिया के जरिए मिले दो प्रेमियों की लव स्टोरी है। आज के रिव्यू में आइए जानने की कोशिश करते हैं कैसी है फिल्म लेट्स मीट;

स्टोरी और थीम

फिल्म की कहानी एक्स्ट्रोवर्ट टीवी ऐक्टर निखिल (तनुज विरवानी) और इन्ट्रोवर्ट फाइनैन्स प्रोफेशनल प्रिया (सुमन राणा) की सोशल मीडिया के जरिए हुई दोस्ती से शुरू होती है। जहां निखिल अपना लाइफ पार्टनर ढूँढने के लिए अलग-अलग ऑनलाइन डेटिंग ऐप्स पर कोशिश करता रहता है और वह जल्दी से सेटल हो जाना चाहता है, वहीं प्रिया थोड़े बेफिक्र किस्म की लड़की है जो अपना काम करती है और अपने सिंगल स्टेटस को इन्जॉय करती है। उसको लगता है जिस दिन कोई मिल जाएगा सब अपने आप ठीक हो जाएगा। प्रिया के दोस्त उसको जल्दी से पार्टनर ढूँढने का प्रेशर बनाते रहते हैं लेकिन प्रिया उनकी बातों को इग्नोर करते हुए अपने काम पर फोकस करती है। लेकिन जब उसकी खास दोस्त ने उसको सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाने की सलाह दी और कहा कि "प्यार ना सही ऐटलीस्ट दोस्ती तो करो" तो प्रिया उसकी बात मान लेती है और निखिल के साथ उसकी चैटिंग स्टार्ट हो जाती है। धीरे धीरे दोनों एक दूसरे के की तरफ अट्रैक्ट होते जाते हैं। निखिल प्रिया के प्यार में पागल है लेकिन प्रिया फूक फूक कर कदम आगे बढ़ाती है और निखिल को अपना फेस भी रीवील नहीं करती और ना ही मिलने के लिए हाँ बोलती है। इसी समय महामारी के प्रकोप के बीच दोनों का घर से निकालना बंद हो जाता है लेकिन दोनों विडिओ चैट के जरिए एक दूसरे से कनेक्टेड रहते हैं । निखिल की बेचैनी बढ़ने लगती है वह जल्दी से प्रिया को देख लेना चाहता है, पा लेना चाहता है। निखिल का इस तरह से अधीर होना प्रिया को बिल्कुल पसंद नहीं आता और वह कुछ दिनों के लिए ऑनलाइन चैटिंग से ब्रेक ले लेती है। निखिल किसी तरह ढूंढते हुए प्रिया के घर पर पहुंचता है यही फिल्म का क्लाइमेक्स है जो बेहद अप्रत्याशित है। निखिल और प्रिया का मिलन हो पाएगा या नहीं यह जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।

अभिनय

तनुज विरवानी ने कहानी की मांग के हिसाब से एक्स्ट्रोवर्ट और चंचल स्वभाव के लड़के का किरदार निभाते हुए फिल्म के आखिरी के सीन्स में कहानी के हिसाब से ही किरदार की गंभीरता को अत्यंत प्रभावशाली ढंग से परदे पर प्रस्तुत करने मे सफल रहे हैं। सुमन राणा शुरू के दृश्यों मे सामान्य ही लगी हैं लेकिन आखिरी के सीन्स में उन्होंने अपने अभिनय कला से दर्शकों को सम्मोहित कर लिया है और साबित कर दिया है कि उनके अंदर बहुत संभावनाएं है। दोस्तों का किरदार निभाते हुए सुप्रिया शैलजा और लितेश पवार ने भी अपने किरदार सहजता से निभाए हैं।

लेखन - निर्देशन

लेखक निर्देशक रिकी संधू ने अनिल बी अक्की के ओरिजिनल स्टोरी आयडिया को इंटरेस्टिंग तरीके से डेवलप किया है। फिल्म का आखिरी हिस्सा अनेक्सपेक्टेड है और दर्शकों को स्तब्ध कर देने वाला है, और यही सीन्स फिल्म की जान है जो साधारण सी दिखने वाली फिल्म को बेहद सशक्त बना देते हैं। फिल्म में अनिल बी अक्की सिनेमाटोग्राफी भी शानदार हैं।

म्यूजिक और बैकग्राउंड स्कोर

फिल्म का संगीत प्रिनी सिद्धांत माधव और रोहन & रोहन ने दिया है और गीत नवीन त्यागी के लिखे गानों को मशहूर सिंगर जावेद अली, नकाश अजीज, रोहन प्रधान ने गाया है। फिल्म में जावेद अली का गाना चोविह घंटे फ़िल्म के क्लाइमेक्स में प्यार के दर्द को महसूस करता हैं । फिल्म का बैकग्राउंड बहुत शानदार है। फिल्म का एक गाना "चौविह घंटे" काफी रोमांटिक और हार्ट टचिंग है और जुबान पर चढ़ जाता है।

देखें या मिस करें

कहानी छोटी है लेकिन मैसेज बहुत गहरा है, फिल्म तो मात्र 1 घंटे 43 मिनट की है लेकिन इसकी छाप आपके मन पर लंबे समय तक रहेगी। फिल्म की स्टोरी टेलिंग और अनप्रिडिक्टेबल क्लाइमेक्स फ़िल्म को मस्ट वाच फिल्म बनाता हैं।

Created On :   3 Feb 2025 12:37 PM IST

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