Mumbai News: महाराष्ट्र में हमारी सरकार बनते ही शुरू करेंगे जातिगत जनगणना : चेन्निथला

महाराष्ट्र में हमारी सरकार बनते ही शुरू करेंगे जातिगत जनगणना : चेन्निथला
  • दोनों गठबंधनों ने राज्य की जनता के साथ बड़े-बड़े वादे किए
  • दैनिक भास्कर' के कार्यालय पहुंचे चेन्निथला ने की चर्चा

Mumbai News महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रण आखिरी दौर में पहुंच गया है। दोनों गठबंधनों ने राज्य की जनता के साथ बड़े-बड़े वादे किए हैं। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस नेताओं का उत्साह बढ़ा हुआ है। आघाडी के नेता दावा कर रहे हैं कि इस विधानसभा चुनाव में बहुमत महाआघाडी को ही मिलेगा। ऐसा ही दावा प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रमेश चेन्निथला ने भी किया है कि जिस तरह से लोकसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी को राज्य में फिर से स्थापित किया था, वैसा ही इस बार भी होगा। क्या वह इस विधानसभा चुनाव में अपना लोकसभा जैसा रिकॉर्ड कायम रख पाएंगे, इन सभी मुद्दों को लेकरचेन्निथला "दैनिक भास्कर' के कार्यालय में पहुंचे, जहां उनसे गठबंधन की सरकार से लेकर मुख्यमंत्री कौन होगा के मुद्दों पर चर्चा की गई।

महाराष्ट्र में आप दावा कर रहे हैं कि अगली सरकार महाआघाडी की बनने जा रही है?

इस समय महाराष्ट्र में जो महायुति की सरकार चल रही है, यह भ्रष्टाचार से पैदा हुई सरकार है। राज्य के लोग इस सरकार को हटाना चाहते हैं। इस सरकार को ईडी और सीबीआई ने मिलकर बनाया है। राजनीतिक दलों में तोड़फोड़ कर यह सरकार बनाई गई है। कर्नाटक में भी ऐसे ही सरकार बनाई गई थी, लेकिन जिस तरह से वहां की जनता ने बदलाव किया, ऐसा ही बदलाव महाराष्ट्र में होने जा रहा है। विधानसभा चुनाव में इसकी बानगी दिखाई देगी।

आपने लोकसभा चुनाव में भी संविधान का मुद्दा उठाया था, इस बार भी इस पर ही चर्चा हो रही है, दूसरा कोई मुद्दा नहीं है क्या?

संविधान के मुद्दे को हम कभी नहीं छोड़ेंगे। भाजपा के लोग वन नेशन, वन इलेक्शन की बात करते हैं। यह भी संविधान को तोड़ने की कोशिश है। प्रधानमंत्री मोदी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला है फिर भी वह पद पर बैठे हुए हैं। वह संविधान विरोधी कार्य लगातार करते जा रहे हैं।

कांग्रेस को सीट बंटवारे को लेकर काफी मुश्किलें आईं?

जब तीन दलों में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत होती है, तो सभी को मुश्किलें आती हैं। सभी के कार्यकर्ता चाहते हैं कि हर जगह से उनकी पार्टी का उम्मीदवार हो, लेकिन गठबंधन में सब कुछ देखना पड़ता है और सामंजस्य बिठाने की कोशिश होती है। हमने भी सीट बंटवारे में ऐसा ही प्रयास किया।

कांग्रेस सबसे ज्यादा बागियों से परेशान है। कैसे निपट रहे?

80 प्रतिशत से ज्यादा बागी उम्मीदवारों को बैठाया जा चुका है, जबकि कुछ को पार्टी से निलंबित किया गया है। इस बार महाआघाडी में सांगली लोकसभा सीट की तरह कहीं भी फ्रेंडली फाइट देखने को नहीं मिल रही है।

आप बार-बार कहते हैं कि भाजपा अपने मित्र दलों को खत्म कर देगी। इस दावे का आधार क्या है?

भाजपा की नीति रही है कि वह अपने सहयोगी दलों में ही सेंध लगाने का काम करती है। भाजपा ने अपने मित्र दलों को अपने उम्मीदवार उधार पर दिए हैं। वे चुनाव जीतने के बाद वापस भाजपा में आ जाएंगे।

अमित शाह का कहना है कि वह इस बार शरद पवार को मौका नहीं देंगे?

कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव) और राकांपा (शरद) एकजुट हैं। राज्य में महाविकास आघाडी की ही सरकार बनने जा रही है। इसलिए मौका नहीं मिलने का कोई सवाल ही नहीं है। विपक्ष अफवाह फैला रहा है।

शरद पवार कहते हैं कि आघाडी में जिसकी ज्यादा सीटें होंगी, उसका मुख्यमंत्री होगा?

ऐसा नहीं है। अभी तक मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है। चुनाव परिणाम के बाद तीनों दलों में बैठकर चर्चा होगी, उसके बाद मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार पर फैसला होगा।

उद्घव गुट क्यों चाहता है कि मुख्यमंत्री उसका हो?

सभी दलों के कार्यकर्ता चाहते हैं कि उसकी पार्टी से ही मुख्यमंत्री बने, लेकिन तीनों पार्टियों का आलाकमान तय करेगा कि कौन मुख्यमंत्री होगा।

लाडली बहन योजना का इस चुनाव में असर दिखाई दे रहा हैॽ

लाडली बहन योजना का हमें कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है, बल्कि इसके बदले हम महालक्ष्मी योजना लेकर आए हैं। जिसके अंतर्गत महायुति जहां 1500 रुपए दे रही है, वहीं हमारी सरकार 3000 प्रति माह देगी। लाडली बहन योजना का चुनाव पर कोई असर नहीं होगा।

क्या सरकार में आने पर कांग्रेस मुस्लिम आरक्षण देगी?

कांग्रेस पार्टी धर्म को देखकर राजनीति नहीं करती है और न ही आरक्षण देती है। जैसे ही हमारी सरकार राज्य में आएगी हम जातिगत जनगणना की शुरुआत करेंगे। उसके बाद ही कोई फैसला लेंगे।

कांग्रेस पर हमेशा आरोप लगता है कि वह मुस्लिम समुदाय को अपना वोट बैंक की तरह इस्तेमाल करती रही है?

मुसलमानों को जितना कांग्रेस ने दिया है, उतना किसी भी सरकार ने नहीं दिया है। उनको कांग्रेस पार्टी के प्रति लगाव है। यही कारण है कि यह समाज पिछले काफी समय से हमारी पार्टी से जुड़ा हुआ है, क्योंकि हम धर्म की राजनीति नहीं करते।

Created On :   13 Nov 2024 1:52 PM IST

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