छात्रों ने जेएनयू और डीयू में सीएम स्टालिन का पुतला फूंका
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। छात्रों ने सोमवार को डीयू व जेएनयू में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन का पुतला जलाया। यह छात्र तमिलनाडु के तंजावुर जिले के सेक्रेड हाई स्कूल में आत्महत्या को मजबूर होने वाली छात्रा, लावण्या को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं। छात्रों का आरोप है कि लावण्या पर धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया और इसी दबाव के कारण उसे आत्महत्या करनी पड़ी।
तमिलनाडु सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्र मंगलवार को भी दिल्ली स्थित तमिलनाडु भवन के बाहर बड़े प्रदर्शन करेंगे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्रों का कहना है कि लावण्या को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री स्टालिन के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अभाविप के कार्यकतार्ओं से पुलिस ने बर्बरतापूर्ण व्यावहार करते हुए कई अन्य कार्यकतार्ओं को गिऱफ्तार किया है। इससे नाराज होकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री का पुतला जलाया।
एबीवीपी का कहना है कि लावण्या आत्महत्या मामले में राज्य सरकार की असंवेदनशीलता इस बात से प्रदर्शित होती है कि सरकार मद्रास उच्च न्यायालय के सीबीआई जांच के आदेश के खिलाफ सर्वोच्च न्यायालय में अर्जी लगाने पहुंच गई थी। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने याचिका को खारिज करते हुए और उच्च न्यायालय के फैसले को मान्य रखते हुए, मामला सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। जिससे लावण्या को न्याय मिले यह मांग हेतु संघर्षरत युवाओं को अब न्याय की आस जगी है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सिद्धार्थ ने कहा, तमिलनाडु सरकार तथा प्रशासन, लावण्या की आत्महत्या के मामले को दबाने के लिए सारे संभव हथकंडे अपना रहे हैं परंतु छात्र लावण्या को न्याय मिलने तक संघर्षरत रहने के लिए प्रतिबद्ध है। अपनी गलती और मिशनरियों के दुष्कर्म को छिपाने के लिए राज्य सरकार उच्च न्यायालय के आदेश की भी अवहेलना करने से नहीं चूक रही है। हम लावण्या को न्याय मिलने तक लड़ते रहेंगे। अभाविप दिल्ली कार्यकर्ताओं ने सोमवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन का पुतला फूंका तथा मंगलवार को तमिलनाडु भवन के सामने बड़े पैमाने पर प्रदर्शन भी करने वाले हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   14 Feb 2022 10:30 PM IST