जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवेरियल साइंस को टाइम्स अवार्ड के लिये किया गया शॉर्टलिस्ट
- डॉ साहनी ने कहा
- हम नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलन भी आयोजित करते हैं
डिजिटल डेस्क, सोनीपत। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के मूल्य आधारित शोध संस्थान जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवेरियल साइंस (जेआईबीएस) को टाइम्स हायर एजुकेशन एशिया अवार्डस 2022 के लिये शॉर्टलिस्ट किया गया है। जेआईबीएस को दुनिया भर में कक्षाओं और समुदाय को सशक्त बनाने के लिये नवाचार और समावेश के लिये शॉर्टलिस्ट किया गया है। शिक्षण और सीखने की रणनीति श्रेणी के लिये चुने गये एशिया के शीर्ष आठ संस्थानों में जेआईबीएस को भी जगह मिली है।
संस्थान को इसकी समावेशी शिक्षण और सीखने की रणनीतियों, अनुसंधान नवाचारों और सामुदायिक पहल के लिये पुरस्कृत किया गया है। यह छात्रों, शिक्षकों, करियर कांउसिलर, कॉर्पोरेट तथा गैर-कॉपोर्रेट अधिकारियों से जुड़े हितधारकों के विविध समूह को प्रभावित करता है।
भारत में व्यवहार अध्ययन में अनुसंधान को आगे बढ़ाने में की दिशा में सबसे आगे रहने के लिये जेआईबीएस के प्रयासों की सराहना करते हुये ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के संस्थापक कुलपति प्रो. (डॉ.) सी. राज कुमार ने कहा कि संस्थान की कार्यप्रणाली और पद्धति अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप है। उन्होंने कहा, मैं इस घोषणा से खुश हूं और आशा करता हूं कि जेआईबीएस कॉग्निटिव स्टडी, सामुदायिक कल्याण, नीति-निर्माण और अन्य विषयों में अपने अनुसंधान का विस्तार करना जारी रखेगा।
जेआईबीएस के प्रधान निदेशक डॉ. संजीव पी. साहनी भी इस घोषणा से उत्साहित रहे। उन्होंने व्यवहार अनुसंधान और संबद्ध समुदाय संचालित पहलों के लिये संस्थान की प्रतिबद्धता को दोहराया। डॉ साहनी ने कहा,हमारी शैक्षणिक नीतियां शिक्षा और संबद्ध क्षेत्रों में सभी हितधारकों के सीखने के अनुभव को बढ़ाने की कोशिश करती हैं। हम टीचिंग के लिये पारंपरिक व्याख्यान, अनुभवात्मक शिक्षा, वास्तविक जीवन की केस स्टडी, आत्मनिरीक्षण,आत्म-मूल्यांकन के तरीके अपनाते हैं।
अपनी शैक्षणिक और समुदाय-संचालित पहलों को जारी रखते हुये जेआईबीएस ने कारोना महामारी के परिप्रेक्ष्य में लर्निग को बढ़ावा देने के लिये पिछले वर्ष पूरे देश में हाई-स्कूल के छात्रों के लिये ग्रीष्मकालीन स्कूल प्रशिक्षण कार्यक्रम, निशुल्क अनुकूलित शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम और व्यावसायिक विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये। जेआईबीएस ने इन पहलों के साथ-साथ अपने डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म-जेआईबीएस इंफोटेनमेंट के माध्यम से व्यापक स्तर पर लोगों तक पहुंच बनायी।
इसने संस्थान को प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिये चुने जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉ साहनी ने कहा, हम नियमित रूप से प्रशिक्षण कार्यक्रम और सम्मेलन भी आयोजित करते हैं, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, माता-पिता की देखरेख, पीड़ितों की सहायता और कई अन्य समकालीन मुद्दों के महत्व को रेखांकित किया जाता है। मुझे खुशी है कि इन पहलों को पहचान मिल रही है।
वर्ष 2014 में स्थापित जेआईबीएस मेंटल हेल्थ, कंपिटेंसी मैपिंग, न्यूरो साइंस, न्यूरल डिसीजन साइंसेज, साइकोबायोलॉजी, मैनेजमेंट साइंस, फोरेंसिक साइंस, सोशल साइकोलॉजी और क्रिमिनल बेहेवियर के क्षेत्र में एप्लाइड और एक्सपेरिमेंटल रिसर्च पर मुख्य रूप से फोकस करता है। पिछले साल जेआईबीएस को प्रमुख शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से क्षमता निर्माण और कौशल सुधार संबंधी आउटरीच पहल के लिये व्हार्टन-क्यूएस क्वाक्वेरेली सायमंड्स एजुकेशन अवार्ड के लिये भी चुना गया था।
आईएएनएस
Created On :   8 April 2022 3:30 PM IST