शिक्षा: हिंदी पत्रकारिता के बाद अंग्रेजी पत्रकारिता का पाठ्यक्रम मील का पत्थर साबित होगा : कुलपति प्रो. केजी सुरेश
- एमसीयू में ‘डिजिटल दौर में समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ विषय पर कुलपति ने ली स्पेशल क्लास,
- विश्वविद्यालय में पिछले सत्र से ‘बीए इन इंग्लिश जर्नलिज्म’ पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया
- डिजिटल मीडिया के समय में समाचार एजेंसी की चुनौतियां बढ़ने के साथअवसर भी बढ़े
डिजिटल डेस्क, भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग में ‘डिजिटल दौर में समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ विषय पर कुलपति प्रो. सुरेश ने स्पेशल क्लास ली। विशेष कक्षा में उन्होंने समाचार एजेंसी की पत्रकारिता’ एवं समाचार एजेंसी में कार्य के दौरान अपने अनुभवों को साझा किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता विभाग के पाठ्यक्रम ‘बीए इन इंग्लिश जर्नलिज्म’ से प्रशिक्षित विद्यार्थी अंग्रेजी पत्रकारिता जगत में भी अपनी छाप छोड़ेंगे। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता भी उपस्थित रहे।
कुलपति प्रो. सुरेश ने विशेष कक्षा में कहा कि नए विद्यार्थियों एवं मीडिया क्षेत्र की माँग को ध्यान में रखकर पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पिछले सत्र से ‘बीए इन इंग्लिश जर्नलिज्म’ पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया, जो सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है। उन्होंने कहा कि स्नातक स्तर पर अंग्रेजी में पत्रकारिता का पाठ्यक्रम प्रारंभ करके एमसीयू ने शासकीय क्षेत्र के विश्वविद्यालयों के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत किया है। समाचार एजेंसी की पत्रकारिता की बारीकियां बताते हुए कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने कहा कि डिजिटल मीडिया के समय में समाचार एजेंसी की चुनौतियां बढ़ने के साथ-साथ अवसर भी बढ़ गए हैं। आज समाचार एजेंसियों के ग्राहक केवल समाचार पत्र-पत्रिकाएं एवं न्यूज चैनल्स ही नहीं है,अपितु बड़ी संख्या में वेबसाइट भी एजेंसियों की सेवाएं ले रही हैं। न्यूज ब्रेक करने के मामले में एक समय में समाचार एजेंसियों का वर्चस्व था, लेकिन आज न्यूज चैनल्स और डिजिटल माध्यम भी न्यूज ब्रेक कर रहे हैं। समाचार एजेंसी के रिपोर्टर की जिम्मेदारी बहुत अधिक होती है, उसे सभी प्रकार के मीडिया को ध्यान में रखकर कवरेज करना होता है। किसी भी मीडिया संस्थान की अपनी सीमाएं हैं, वे सब जगह रिपोर्टर नियुक्त नहीं कर सकते। ऐसी स्थिति में समाचार एजेंसियां उनको समाचार उपलब्ध कराने का काम करती हैं। विदेशी समाचारों के लिए भी ज्यादातर संस्थान समाचार एजेंसियों पर निर्भर रहते हैं। कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने पीटीआई के अपने व्यवहारिक अनुभव भी विद्यार्थियों के साथ साझा किए।
इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ. संजीव गुप्ता ने भी विद्यार्थियों को संबोधित किया और विभाग की उपलब्धियों से कुलपति को अवगत कराया। विशेष कक्षा के बाद कुलपति प्रो. केजी सुरेश ने पत्रकारिता विभाग के शिक्षकों के साथ भी संवाद किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नए सत्र के लिए प्रवेश की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षक ध्यान रखें कि पत्रकारिता जगत को उत्कृष्ट पत्रकार देने के लिए संख्या की अपेक्षा गुणवत्ता के आधार पर नए शैक्षणिक सत्र में विद्यार्थियों का चयन किया जाए।
Created On :   28 April 2024 12:08 AM IST