पीड़िता ने आईडी परेड में बलात्कारियों की पहचान की

Mysore gang rape: Victim identify rapists at RD parade
पीड़िता ने आईडी परेड में बलात्कारियों की पहचान की
मैसूर सामूहिक रेप पीड़िता ने आईडी परेड में बलात्कारियों की पहचान की

डिजिटल डेस्क, मैसूर। मैसूर सामूहिक रेप मामले में एक बड़े घटनाक्रम में, पीड़िता ने कर्नाटक में जिला जेल में एक पहचान परेड के दौरान हमले के एक महीने बाद अपने हमलावरों की पहचान की है। सूत्रों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी है। 23 वर्षीय एमबीए स्नातक पीड़िता ने 22 सितंबर को आईपीसी की धारा सीआरपीसी 164 के तहत खुली अदालत में मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया। सूत्रों के अनुसार, उसे गुरुवार को कड़ी सुरक्षा के बीच मैसूर जिला जेल में पहचान परेड के लिए लाया गया था।

सूत्रों ने कहा कि जैसे ही आरोपी अन्य पुरुषों के साथ एक लाइन में खड़ा हुआ, पीड़िता ने सभी हमलावरों की पहचान कर ली। प्रक्रिया की वीडियो रिकॉडिर्ंग की गई। पीड़िता ने लगभग 45 मिनट तक मजिस्ट्रेट के सामने अपना बयान दर्ज कराया और अपने दर्दनाक अनुभव का विस्तृत विवरण दिया।

मैसूर पुलिस की जांच टीम, जिसे अपनी जांच के दौरान भारी बाधाओं का सामना करना पड़ा, अब दोषियों को अधिकतम सजा मिलने के प्रति आश्वस्त है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने राज्य विधानसभा में कहा है कि अभियोजन पक्ष आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग करेगा।तमिलनाडु के सात सदस्यीय गिरोह ने 24 अगस्त को अवलाहल्ली पुलिस थाने की सीमा में चामुंडी पहाड़ियों के पास एक सुनसान जगह पर पीड़िता पर हमला किया था। पीड़िता देर शाम अपने पुरुष मित्र के साथ कक्षाओं में भाग लेने के बाद वहां गई थी।

जाहिर तौर पर आरोपियों ने हमले की पूर्व योजना बनाई थी। उन्होंने दंपति के साथ मारपीट की और पीड़ित व्यक्ति के माथे पर एक छोटे से पत्थर से प्रहार किया। बाद में वे महिला को घसीटकर झाड़ियों में ले गए और बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने पीड़िता के दोस्त से तीन लाख रुपये की मांग की थी। उसके दोस्त ने पैसे की व्यवस्था करने के लिए उसके पिता को बुलाया। आरोपियों ने वहां से निकलने से पहले उनके साथ फिर मारपीट की थी।

पीड़िता के पिता अपनी कार में मौके पर पहुंचे और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। सूत्रों ने कहा कि पीड़िता बेहोशी की हालत में थी और लड़के के पिता उसे पाकिर्ंग से अस्पताल के प्रवेश द्वार पर ले गए क्योंकि वह चलने की स्थिति में नहीं थी। घटना के बाद पीड़िता ने पुलिस को बयान देने से इनकार कर दिया और उसके माता-पिता ने भी किसी तरह के सहयोग से साफ इनकार कर दिया। हालांकि स्पेशल टीम सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाब रही।

आईएएनएस

Created On :   24 Sept 2021 6:31 AM GMT

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