उत्तरप्रदेश: रेप केस में फंसा एक और भाजपा विधायक, एक महीने तक किया विधवा से दुष्कर्म
डिजिटल डेस्क, भदोही। उत्तरप्रदेश के भदोही से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी सहित 7 लोगों पर गैंगरेप का केस दर्ज किया गया है। बताया जा रहा है कि वाराणसी की रहने वाली एक विधवा महिला ने कुछ दिन पहले एसपी से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। महिला ने आरोप लगाया था कि 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान भदोही की एक होटल में उसके साथ रेप किया गया। एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस अब जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि अन्य आरोपी विधायक के भतीजे और बैटे हैं।
Bhadohi: Case registered against BJP MLA Ravindra Nath Tripathi, his son and nephew on charges of raping a woman. Investigation underway. More details awaited.
— ANI UP (@ANINewsUP) February 19, 2020
पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि वाराणसी की एक विधवा महिला ने गत 10 फरवरी को आवेदन देकर शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में उसने बताया था कि 2017 में विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा विधायक रवींदनाथ त्रिपाठी के भतीजे संदीप त्रिपाठी ने उसे मुंबई से भदोही बुलाया और यहां होटल में करीब डेढ़ महीने तक उसके साथ दुष्कर्म किया गया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके साथ भाजपा विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी और उनके साथियों संदीप, सचिन, चंद्रभूषण, दीपक, प्रकाश और नीतेश ने एक होटल में एक महीने तक बारी-बारी से बलात्कार किया। इसके अलावा एक बार जब वह गर्भवती हुई तो जबरदस्ती उसका गर्भपात करा दिया गया। भदोही पुलिस ने आईपीसी की धारा 376 डी, 313, 504 और 506 के तहत यह मुकदमा दर्ज किया है।
2014 में विधायक के भतीजे संदीप से हुई थी मुलाकात
महिला ने अपने आवेदन में आरोप लगाया कि 2014 में विधायक रवींद्रनाथ त्रिपाठी के भतीजे संदीप त्रिपाठी से उसकी मुलाकात मुंबई जाते समय ट्रेन में हुई थी। ट्रेन में दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई और दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर साझा किए। बाद में शादी का झांसा देकर विधायक के भतीजे संदीप ने कई साल तक उसका शारीरिक शोषण किया।
मेडिकल जांच के बाद की जाएगी आगे की कार्रवाई
मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक रवींद्र वर्मा को सौंपी गई थी। महिला के बयान और होटल सहित तमाम बिंदुओं पर जांच के बाद बुधवार को भाजपा विधायक सहित 7 लोगों पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला का मजिस्ट्रैट के सामने बयान कराने और मेडिकल जांच के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में किसी भी प्रकार की गिरफ्तारी नहीं की गई है।
Created On :   19 Feb 2020 8:19 PM IST