कानपुर: विकास दुबे को थाने के दारोगा ने पहले ही दे दी थी पुलिस टीम के पहुंचने की जानकारी, 100 टीमें कर रही तलाश
डिजिटल डेस्क, कानपुर। कानपुर में हुए एनकाउंटर में 8 पुलिसकर्मियों की जान लेने वाले हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों का अभी तक कोई पता नहीं चल पाया है। घटना के 24 घंटे बाद भी वो पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। उसकी तलाशी के लिए उत्तरप्रदेश पुलिस की 100 टीमें लगाई गई हैं। वहीं स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। यूपी पुलिस ने इसका सुराग देने वाले को 50 हजार रुपये के ईनाम का ऐलान भी किया है। इसके अलावा 500 से ज्यादा फोन को सर्विलांस पर लिया गया है। इधर सूत्रों से जानकारी मिली है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने ही विकास दुबे को पुलिस रेड की सूचना पहले ही दे दी थी।
अब तक 12 लोग हिरासत में
बता दें कि गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में शुक्रवार रात पुलिस की करीब 20 टीमें प्रदेश के अलग-अलग जिलों में दबिश देता रही। ये वो जगहें थी, जहां पर विकास दुबे के रिश्तेदार और परिचित रहते हैं। पुलिस ने इस मामले में 12 और लोगों को हिरासत में लिया है। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस ने इन लोगों को मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर उठाया है।
विकास की कॉल डिटेल में मिले पुलिसकर्मियों के नंबर
सूत्रों से जानकारी मिली है कि पिछले 24 घंटे में इन लोगों से विकास दुबे की बातचीत हुई थी। हैरानी की बात ये है कि विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं। ये बेहद हैरान करने वाला तथ्य है।
दारोगा ने दी विकास दुबे को रेड की सूचना
जानकारी के मुताबिक पुलिस की जांच में सामने आया है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को पुलिस के आने की जानकारी पहले ही दे दी थी। इस वक्त पुलिस के शक के घेरे में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड है। तीनों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
मां ने कहा- एनकाउंटर में मार दो
विकास के साथ मुठभेड़ में 8 पुलिस जवानों की शहादत के बा उसकी मां ने भी अपने बेटे को भी मारने को कहा कि विकास की मां ने कहा कि उनके बेटे ने बहुत बुरा किया और अगर वो सरेंडर करता है तो ठीक है, नहीं तो पुलिस उसको भी एनकाउंटर में मार दे।
बता दें कि उत्तरप्रदेश के कानपुर में गुरुवार रात करीब एक बजे हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दी थीं। इसमें सर्कल ऑफिसर (DSP) और 3 सब इंस्पेक्टर समेत 8 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। वहीं घटना में करीब 12 पुलिसकर्मी और 7 स्थानीय लोग भी घायल हो गए थे। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में शुक्रवार को आरोपी विकास दुबे के मामा प्रेम प्रकाश पांडेय और उसके एक साथी अतुल दुबे को मार गिराया था। अन्य तीन और अपराधियों को ट्रैक किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों के लिए संवेदना व्यक्त की। मुख्यमंत्री ने डीजीपी एचसी अवस्थी को अपराधियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेने के निर्देश दिए हैं, उन्होंने इस घटना की रिपोर्ट भी मांगी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर हरकत में आ चुकीं पुलिस की एक दर्जन टीमें विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही हैं।
Created On :   4 July 2020 9:50 AM IST