महालक्ष्मी मर्डर केस: आरोपी मुक्तिरंजन के भाई का बड़ा खुलासा, बोला - भाई को करती थी ब्लैकमेल, सोने की चेन और 7 लाख रूपये भी लिए
- महालक्ष्मी मर्डर केस में आरोपी के भाई ने किया बड़ा खुलासा
- आरोपी को ब्लैक करती थी महालक्ष्मी
- गुस्से आकर उठाया कदम
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। बीते दिनों बेंगलुरु में दिल्ली के श्रद्धा वाल्कर मर्डर जैसा हत्याकांड सामने आया था। जहां एक 29 वर्षीय महिला महालक्ष्मी की बेरहमी से हत्या कर उसके शव के टुकड़े-टुकड़े कर फ्रीज में रख दिये थे। इस मामले के मुख्य आरोपी ने बीते बुधवार को ओडिशा में फांसी लगा ली थी। आरोपी का नाम मुक्तिराजन प्रताप रे था जो ओडिशा के भद्रक जिले भुईनपुर गांव का रहने वाला था। वह गांव में ही 25 सिंतबर की सुबह मृत पाया गया। उसने गिरफ्तार होने के डर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
अब इस मामले में आरोपी मुक्तिरंजन के भाई सत्यरंजन ने बड़ा खुलासा किया है। उसने बताया, 'एक दिन भाई (मुक्तिरंजन) ने मुझे फोन किया था। वो बहुत टेंशन में लग रहा था। मैंने पूछा तो बोला- वो लड़की (महालक्ष्मी) मुझे ब्लैकमेल कर रही है। मुझसे सोने की चेन और 7 लाख रुपए ले चुकी है। फैमिली को ये बात पता चली तो वे भाई पर बहुत नाराज हुए। उससे कहा कि सब उस लड़की को दे दोगे, तो हम कहां जाएंगे।'
बता दें कि जिन चार लोगों पर पुलिस को महालक्ष्मी के मर्डर करने का शक था उसमें मुक्तिरंजन भी शामिल था। वह भी उसी शोरूम में काम करता था जिसमें महालक्ष्मी करती थी। महिला का शव मिलने के बाद पुलिस मुक्तिरंजन की तलाश कर रही थी लेकिन वो नहीं मिला था।
25 सितंबर को बेंगलुरु पुलिस को आरोपी के ओडिशा स्थित गांव में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की खबर मिली। मौके से पुलिस को एक डायरी और सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें उसने मर्डर की बात कबूली। साथ ही ये भी लिखा कि महालक्ष्मी मुक्तिरंजन को किडनैपिंग केस में फंसाने की धमकी दे रही थी।
गुस्से में आकर मार डाला
मुक्तिरंजन ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, 'मैं महालक्ष्मी को पसंद करता था। उससे बहुत प्यार करता था, लेकिन वो आए दिन मुझसे झगड़ा करती थी। मैंने उस पर काफी पैसा खर्च किया। उसका बर्ताव मेरे लिए ठीक नहीं था। वो मुझे किडनैपिंग केस में फंसाने की धमकी दे रही थी।
मैं 3 सितंबर को महालक्ष्मी के घर गया था। वो मुझसे बहस करने लगी। मैं बात ही कर रहा था, तभी महालक्ष्मी ने मुझ पर हाथ उठा दिया। मुझे बहुत गुस्सा आया, इतना कि मैंने उसे मार डाला। गुस्से में मैंने जो कुछ किया, वो गलत था। मैं डर गया था, इसलिए भागकर घर आ गया।'
बता दें कि 21 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल थाना अंतर्गत मुनेश्वरनगर एक महिला के शव के टुकड़े उनके घर के फ्रिज में रखे पाए गए थे। पुलिस ने बताया कि महिला नेपाली मूल की थी। उसका नाम महालक्ष्मी था। वह मुनेश्वरनगर इलाके में घर की पहले फ्लोर पर रहती थी। पुलिस के मुताबिक महिला की शादी हो चुकी थी। वह निजी कारणों के चलते अपने पति हुकुम सिंह राणा से अलग किराये के मकान में रह रही थी। उसके बच्चे भी हैं जो पति के साथ नेलमंगला में रहते हैं। इस सनसनीखेज घटना का खुलासा उस समय हुआ जब महिला की मां और मायके पक्ष के अन्य लोग उससे मिलने उसके घर आए। उन्हें महिला का फोन बंद बता रहा था, जिसके बाद उन्हें संदेह हुआ।
पुलिस कमिश्नर सतीश कुमार ने मीडिया को घटना की जानकारी दी थी। उन्होंने बताया था कि घटना मुनेश्वरनगर इलाके में स्थित घर की पहली मंजिल पर हुई। उन्होंने आशंका जताई की हत्या को हुए 10-15 दिन बीत चुके हैं।
बदबू रोकने के लिए किया था केमिकल का छिड़काव
पुलिस ने अपनी जांच में पाया था कि महिला की हत्या को हुए 10-15 दिन बीत चुके हैं। हत्यारे ने उसको मारने के बाद उसके शव के कई सारे टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में रख दिया। टुकड़ों से बदबू न आए इसके लिए उन पर केमिकल का छिड़काव भी किया था। महिला को मारने के बाद आरोपी घर में बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
Created On :   27 Sept 2024 11:56 AM IST