शोएब अख्तर का खुलासा, कनेरिया हिंदू थे, इसलिए कुछ खिलाड़ी करते थे बुरा व्यवहार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व गेंदबाज शोएब अख्तर का एक वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में पिछले दशक में पाकिस्तान टीम के एकमात्र हिंदू खिलाड़ी दानिश कनेरिया को लेकर शोएब अख्तर ने हैरान कर देने वाला खुलासा किया है। शोएब ने दावा किया कि टीम के कई खिलाड़ी कनेरिया के साथ खाना खाने से इनकार कर देते थे क्योंकि वह हिंदू थे। उन्हें अपने प्रदर्शन के लिए भी कभी कोई श्रेय नहीं दिया गया और उन्हें अपने धर्म के कारण लगातार अपमानित किया गया।
शोएब ने गेम ऑन है नाम के एक क्रिकेट शो में कहा, "मेरे करियर में मेरा दो तीन प्लेयर्स से झगड़ा हुआ। मैंने कहा कि अगर कोई हिंदू है तो भी वो खेलेगा और उसी हिंदू ने हमें टेस्ट सीरीज जिताई।" शोएब ने कहा, "बात खुल जाएगी, लेकिन बता दूं कि कुछ प्लेयर्स ने मुझसे यहां तक कहा कि ये (दानिश) यहां से खाना क्यों ले रहा है? मैंने उनसे कहा कि मैं तुम्हें यहां से उठाकर बाहर फेंक दूंगा। कप्तान होगे, तुम अपने घर के... वो तुम्हें 6-6 विकेट लेकर दे रहा है। इंग्लैंड में दानिश और शमी ने ही हमें सीरीज जिताई थी।"
शोएब अख्तर के खुलासे के बाद जब इस बारे में में दानिश कनेरिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "शोएब अख्तर ने जो आरोप लगाए हैं, वे पूरी तरह सही हैं। पाकिस्तानी टीम के कुछ खिलाड़ी मेरे साथ खाना तक नहीं खाते थे, क्योंकि मैं एक हिंदू था। शोएब ने सब सही बताया है। मैं उनके नाम भी जाहिर कर सकता हूं जो मुझसे बात करने में हिचकिचाते थे क्योंकि मैं एक हिंदू था। पहले मुझमें हिम्मत नहीं थी, लेकिन अब सब कह सकता हूं।"
बीजेपी आईटी सेल के इनचार्ज अमित मालवीय ने शोएब के खुलासे का वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया है। अमित मालवीय ने कहा, "अगर दानिश कनेरिया जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर को पाकिस्तान में हिंदू होने के लिए इतनी बुरी तरह से व्यवहार किया जाता है, तो हमारे पड़ोसी मुल्क में सामान्य गैर-मुस्लिमों की दुर्दशा की कल्पना की जा सकती है। और अगर सीएए उन्हें भारत में शरण देता है, तो मुसलमानों, कांग्रेस और कम्युनिस्टों को इसका विरोध क्यों करना चाहिए?"
बता दें कि कनेरिया ने 2000 से 2010 के बीच पाकिस्तान की तरफ से क्रिकेट खेला। कनेरिया पाकिस्तान के लिए खेलने वाले केवल दूसरे हिंदू खिलाड़ी हैं। पाकिस्तानी टीम में पहले हिंदू खिलाड़ी अनिल दलपत थे जो एक विकेटकीपर के तौर पर 1980 के दशक में टीम में शामिल हुए थे। कनेरिया ने अपने करियर में 261 विकेट हासिल किए। स्पॉट फिक्सिंग के एक मामले में कनेरिया को दोषी पाया गया था जिसके बाद ECB ने 2012 में उन पर लाइफ टाइम बैन लगा दिया था।
If an international cricketer like Danish Kaneria is treated so badly for being a Hindu in Pakistan, one can only imagine the plight of ordinary non-Muslims in our Islamic neighbourhood. And if CAA gives them refuge in India, why should Muslims, Congress and Communist oppose it? https://t.co/Pgk7UDhuIg
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 26, 2019
Created On :   26 Dec 2019 10:57 PM IST