इन्कन्सीसटेंट पंजाब किंग्स के सामने टेबल-टॉपर गुजरात टाइटन्स, प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए हार्दिक की टीम को बस एक जीत की तलाश
- प्लेऑफ में जगह बनाने के लिए गुजरात को बस एक जीत की तलाश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। पंजाब किंग्स ने अभी तक टूर्नामेंट में 9 मैच खेले और 4 में जीत दर्ज की है, लेकिन इस दौरान उसकी सबसे कमी रही है इनकंसिस्टेंसी यानि टीम अभी तक लगातार दो मैच नहीं जीत पाई है। फिलहाल मयंक की टीम पॉइंट्स टेबल में 8वें स्थान पर है और मंगलवार को जिस टीम का वह सामना करने वाली है, उसी ने उसे सीजन का पहला जख्म दिया था।
राहुल का आखिरी दो गेंदों पर छक्के जड़कर पंजाब के जबड़े से मैच छीनना कोई कैसे भूल सकता है। हालांकि, वर्ल्ड क्लास गेंदबाजों से सजी गुजरात टाइटन्स की कमजोरी भी अभी तक बल्लेबाजी रही है लेकिन उसके निचले मध्यक्रम के ऑलराउंडर कहीं से मैच निकालने का दमखम रखते है।
यदि तेवतिया नहीं करेंगे, तो डेविड मिलर करेंगे। अगर मिलर नहीं करेंगे, तो राशिद खान करेंगे। अगर राशिद नहीं करेंगे, तो निश्चित रूप से कोई और करेगा। उनके कप्तान हार्दिक पांड्या ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ लास्ट ओवर थ्रिलर के बाद कहा था कि जिस तरह से वे बल्लेबाजी कर रहे हैं, इससे मुझे विश्वास है कि हमारे नंबर 8, 9 और 10 भी हमें खेल जीत सकते हैं।
राहुल तेवतिया की शानदार फॉर्म बरकरार
गुजरात टाइटन्स की सफलता में अभी तक राहुल तेवतिया का बहुत बड़ा योगदान रहा है, इस खिलाड़ी ने एक नहीं तीन-तीन बार अपनी टीम को मुश्किल स्थिति से निकालकर जीत की दहलीज तक पहुंचाया है और टीम के दो मुकाबलो में तो तेवतिया ही हार-जीत का अंतर बने है। उन्होंने पिछले दो मैचों में सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मुश्किल वक्त पर टीम के लिए क्रमशः (40 रन, 31 गेंद) और (43 रन, 25 गेंद) की परियां खेलकर टीम की नैया पार लगाई है।
उधर, सीजन की धाकड़ शुरुआत करने वाले शुभमन गिल का बल्ला काफी शांत पद गया है और पिछले छह मैचों में वह 98.76 के स्ट्राइक रेट से केवल 80 रन ही बना पाए हैं। टीम नं-3 पोजीशन के लिए अभी भी उलझन में है। यहीं कारण है कि मैनेजमेंट को पंड्या की गेंदबाजी फिटनेस की अनिश्चितता के बीच उन्हें एक अतिरिक्त गेंदबाज की भूमिका निभाने और अपनी बल्लेबाजी से समझौता करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
हालांकि, टीम नौ मैचों में आठ जीत के साथ पॉइंट्स टेबल में शीर्ष पर है और अगर वे पंजाब किंग्स को हराकर द अंक अर्जित करते हैं तो वे प्लेऑफ में पहुंच जाएंगे। उनके पास अपनी प्लेइंग -11 ठीक करने के लिए पर्याप्त मैच हैं।
पंजाब को लय में लौटने के लिए अपनाना होगा रक्षात्मक रवैया
पिछले मैच में पंजाब की टीम को मात्र 154 रन लक्ष्य होने के बावजूद लखनऊ के हाथों 20 रन से हार का सामना करना पड़ा था। पेपर्स पर मजबूत पंजाब किंग्स को टूर्नामेंट शुरू होने से पहले प्लेऑफ का दावेदार माना जा रहा था लेकिन नौ मैचों में से केवल चार जीत के बाद, इस समय यह राह बहुत कठिन दिखाई दे रही है।
मौजूदा सीजन अभी तक पंजाब किंग्स बहुत ही आक्रामक क्रिकेट खेल रही है, जहां एक तरफ उनकी टीम लगातार विकेट गंवा रही होती है वहीं दूसरी तरफ उनके बल्लेबाज या तो बॉउंड्री लगा रहे होते है या फिर विपक्षी टीम को तोहफे में एक और विकेट दे रहे होते है। मिड-सीजन तक पॉइंट्स टेबल में आप बॉटम-4 में हो तो निश्चित ही आपको रूककर सोचना होगा कि क्या यह शैली फायदेमंद है?
अब उन्हें अगर प्लेऑफ में जगह बनानी है तो बल्लेबाजी के दौरान थोड़ा रक्षात्म क्रिकेट खेलने की भी जरुरत। टीम ने इस शैली के साथ या तो 180+ का स्कोर किया है या फिर वह सिर्फ 115-140 के बीच ही उनकी टीम सिमट कर रह गयी। पावरप्ले के बाद किंग्स ने लगभग हर मैच में लय गंवाई है और उसके बाद क्लस्टर में विकेट गंवाए है। उन्होंने बीच के ओवरों (29) में सबसे ज्यादा और डेथ ओवरों में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट गंवाए हैं।
मौजूदा सीजन अब अपने दूसरे चरण में पहुंच गया है और बाकी टीमों ने भी प्लेऑफ के लिए कमर कस ली तो ऐसे में पंजाब को भी बॉटम-4 से टॉप-4 में जगह बनाने के लिए जल्दी रफ्तार पकड़नी होगी क्योंकि टॉप-2 पर मौजूद गुजरात टाइटन्स और राजस्थान रॉयल्स अगले 3-4 मैचों प्लेऑफ की सीटों के दो स्थान को भर सकते है।
ऐसी हो सकती है प्लेइंग-11
गुजरात टाइटंस: शुभमन गिल, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), साई सुदर्शन, हार्दिक पांड्या (कप्तान), डेविड मिलर, राहुल तेवतिया, राशिद खान, अल्जारी जोसेफ, लॉकी फर्ग्यूसन, मोहम्मद शमी, यश दयाल/प्रदीप सांगवान
पंजाब किंग्स: शिखर धवन, मयंक अग्रवाल (कप्तान), भानुका राजपक्षे, जॉनी बेयरस्टो, लियाम लिविंगस्टोन, जितेश शर्मा (विकेटकीपर), ऋषि धवन, कगिसो रबाडा, राहुल चाहर, अर्शदीप सिंह, संदीप शर्मा
Created On :   3 May 2022 1:00 AM IST