Shahdol News: पुलिया के ऊपर पुल बनाने आरईएस ने बना दिया 60 लाख रूपए का स्टीमेट

पुलिया के ऊपर पुल बनाने आरईएस ने बना दिया 60 लाख रूपए का स्टीमेट
  • कूनी जलाशय के बैकवाटर से पुलिया डूबने के बाद 25 परिवारों को आवागमन में परेशानी
  • विभाग ने 80 मीटर पर काम के लिए 60 लाख रूपए का स्टीमेट दिया गया है।
  • कुनी जलाशय का बैकवाटर ज्यादा हुआ तो गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट जाता है।

Shahdol News: शासकीय राशि की उपयोगिता के मामले में आरईएस विभाग का नया कारनामा सामने आया है। विभाग ने पुलिया के उपर पुल बनाने के लिए 60 लाख रूपए का स्टीमेट तैयार कर दिया। इसकी जानकारी उच्चाधिकारियों तक पहुंची तो स्पॉट पर जाकर निरीक्षण किया।

मामला गोहपारू जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत खाम्हा के बुढऩवाह गांव के घियारटोला का है। इस साल बारिश में कूनी जलाशय के बैकवाटर से घियारटोला तक पहुंचने वाली पुलिया के उपर तक पानी पहुंच गया और घियारटोला के 25 परिवारों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। जानकारी आरईएस विभाग तक पहुंची तो आनन-फानन में विभाग ने 60 लाख रूपए का स्टीमेट तैयार कर मंजूरी के लिए भेज दिया।

ग्रामीणों ने बताई ये परेशानी

घियारटोला में रहने वाले 25 परिवारों का कहना है कि बारिश के मौसम में दो से तीन माह तक पुलिया के उपर पानी होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। गांव गोहपारू जनपद मुख्यालय से जैतपुर रोड पर स्थित बिजली सबस्टेशन से लगभग 12 किलोमीटर दूर है।

ऐसे में कुनी जलाशय का बैकवाटर ज्यादा हुआ तो गांव का संपर्क मुख्य मार्ग से कट जाता है। पुलिया पर पानी होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

पुलिया से कम राशि में नई बस्ती बस जाएगी: कलेक्टर

कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने बताया कि आरईएस विभाग द्वारा दिए गए स्टीमेट के बाद मौके का निरीक्षण किया गया। यहां पर 15 मीटर पुलिया के दोनों ओर 35 और 30 मीटर में सडक़ है। विभाग ने 80 मीटर पर काम के लिए 60 लाख रूपए का स्टीमेट दिया गया है।

इससे कम राशि में घियारटोला के 25 परिवारों के लिए नाला के इस पार एक बस्ती बन जाएगी। यहां रहने वाले अधिकांश परिवार पीएम आवास के पात्र हितग्राही हैं। इनके लिए अलग से कॉलोनी भी बनाएंगे तो 31 लाख 25 हजार में सभी के लिए पक्के मकान का निर्माण हो जाएगा।

इसके लिए ग्रामीणों से चर्चा की है। अगर वे मान जाते हैं कि आगे प्रक्रिया बढ़ाएंगे। निरीक्षण के दौरान यह भी पता चला कि घियार टोला तक पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग है।

Created On :   6 Nov 2024 9:45 AM GMT

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