Shahdol News: डॉक्टरों की कमी से समस्या, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन नर्सों के भरोसे

डॉक्टरों की कमी से समस्या, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन नर्सों के भरोसे
  • सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकबिजुरी में 30 बिस्तर का अस्पताल चार नर्सों के भरोसे चल रहा है।
  • मेडिकल कॉलेज में सोनोग्राफी की 18 मशीनें हैं पर चलाने के लिए एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं।

Shahdol News: मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और ग्रामीण अंचल में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे हैं। यहां इलाज के लिए आने वाले मरीज परेशान हैं। मेडिकल कॉलेज में एक साल में 27 से ज्यादा डॉक्टर अलग-अलग कारणों से छोडक़र चले गए। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमीं के कारण ओपीडी से लेकर भर्ती मरीज और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झींकबिजुरी में 30 बिस्तर का अस्पताल चार नर्सों के भरोसे चल रहा है। मरीज व परिजन लगातार मांग करते रहे हैं कि जिले में बेपटरी होती स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने की जरूरत है।

प्रभारी मंत्री का सात माह में चौथी बार शहडोल दौरा आज, पहली बार मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मामलों की समीक्षा

मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला का जिले के प्रभारी मंत्री बनने के बाद सात माह में शहडोल जिला मुख्यालय में चौथी बार दौरा शुक्रवार को रहा है। इसमें वे पहली बार मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य मामलों की समीक्षा करेंगे। प्रभारी मंत्री बनने के बाद पहली बार 28 अगस्त को शहडोल कलेक्ट्रेट में आयोजित विकास कार्यों की समीक्षा में शामिल हुए थे। इसके बाद 15 नवंबर को भगवान बिरसामुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम और 16 जनवरी को रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में शामिल हुए थे।

हालांकि इस बीच 7 सितंबर और 14 दिसंबर को सरसी आइलैंड और 14 जनवरी को बाणसागर सोन महोत्सव में शामिल हुए हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के बाद उम्मीद है कि शहडोल में आमजनों को इलाज में आने वाली परेशानी दूर होगी।

जियोस की बैठक में होंगे शामिल-

डिप्टी सीएम व जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला शुक्रवार दो बजे शहडोल पहुंचकर सबसे पहले भाजपा कार्यालय जाएंगे। यहां पार्टी कार्यकर्ताओं से भेंट उपरांत रामकथा में शामिल होंगे। शाम 5.30 बजे कलेक्ट्रेट में आयोजित जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होने के बाद शाम 6.30 बजे मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग की संभागी समीक्षा बैठक में शामिल होंगे। रात्रि 8.30 बजे सर्किट हाउस में विश्राम उपरांत 29 मार्च की सुबह 6 बजे रीवा के लिए प्रस्थान करेंगे।

खास-खास

>> मेडिकल कॉलेज में सोनोग्राफी की 18 मशीनें हैं पर चलाने के लिए एक भी रेडियोलॉजिस्ट नहीं हैं।

>> सोनोग्राफी की सुविधा नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी प्रसूताओं को होती है, जरूरत पडऩे पर पांच किलोमीटर दूर शहर की दौड़ लगानी पड़ती है।

>> एक साल से पैथोलॉजी लैब प्रारंभ नहीं हो पा रही है। डीएमई बुधवार को मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो पैथोलॉजी लैब चलाने वाले ठेकेदार को सात दिन में प्रारंभ करने का अल्टीमेटम देकर गए हैं। ऐसी चेतावनी पहले भी दी जा चुकी है।

>> डीएमई ने बुधवार को डॉक्टरों का इंटरव्यू किया। इसमें सीएमओ के 8 पद भरे गए हैं, जिसमें दो डॉक्टर गुरुवार को ज्वाइन किए हैं। इसके अलावा अस्टिेंट प्रोफेसर, प्रोफेसर की भर्ती की प्रक्रिया इंटरव्यू के इंतजार में है।

Created On :   28 March 2025 1:27 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story