Shahdol News: मेडिकल कॉलेज में तीन साल से हर गर्मी पेयजल संकट

मेडिकल कॉलेज में तीन साल से हर गर्मी पेयजल संकट
  • स्टॉफ, मरीज व परिजन मिलाकर दो हजार लोग परेशान
  • मेडिकल तक पाइप बिछाकर पानी नहीं दे रही नपा
  • तीन साल से प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर नगर पालिका और जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगा चुके पर पानी नहीं मिला।

Shahdol News: मेडिकल कॉलेज में तीन साल से हर गर्मी पेयजल संकट के बाद भी जिम्मेदार समस्या दूर करने को लेकर बेपरवाह हैं। शनिवार को यहां भर्ती मरीजों के परिजन बूंद-बूंद पानी के लिए परेशान नजर आए। कोई समाजसेवियों द्वारा चालू किए प्याऊ में जरूरत का पानी लेने पहुंचा तो कोई छोटी टंकी तक पानी की उम्मीद के लिए दौड़ लगाते नजर आए।

मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर, स्टॉफ, मरीज और परिजन मिलाकर दो हजार लोग प्रतिदिन पानी के लिए परेशान हो रहे हैं। इस समस्या का एक प्रमुख कारण यह भी है कि नगर पालिका मेडिकल कॉलेज के द्वार तक पाइप लाइन बिछाकर पानी नहीं दे रही है। मेडिकल कॉलेज के डीन तीन साल से प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर नगर पालिका और जनप्रतिनिधियों से कई बार गुहार लगा चुके पर पानी नहीं मिला।

बेअसर प्रभारी मंत्री के निर्देश-

मध्यप्रदेश के डिप्टी सीएम और जिले के प्रभारी मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने 28 मार्च को मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की तो बैठक में पेयजल समस्या का मुद्दा भी उठा। प्रभारी मंत्री ने पीएचई को दो नलकूप खनन करवाकर पानी संकट दूर करने के निर्देश दिए। इधर, निर्देश के 20 दिन बाद भी पीएचई (लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग) को नलकूप खनन के लिए प्रशासकीय स्वीकृति का इंतजार है।

नगर पालिका : समस्या से ज्यादा सोन बैराज प्रोजेक्ट पास करवाने की जिद

मेडिकल कॉलेज तक पाइप लाइन बिछाकर पानी नहीं देने मामले में नगर पालिका के अध्यक्ष घनश्याम जायसवाल कहते हैं कि सरफा डैम में अभी भी शहर के जरूरत का पानी नहीं है। हर साल गर्मी में नागरिकों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसे में मेडिकल कॉलेज को पानी दिया तो शहर के एक बड़े हिस्से तक पानी की कमी पड़ जाएगी। नगर पालिका द्वारा इसी समस्या को देखते हुए सोन बैराज प्रोजेक्ट पास करवाने का प्रस्ताव भेजा गया है पर भोपाल से मंजूरी नहीं मिली। फिलहाल नगर पालिका को टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा सकती है। यह व्यवस्था करेंगे।

तीन साल से समस्या फिर भी निदान नहीं?

मेडिकल कॉलेज संभाग का प्रमुख चिकित्सा संस्थान है। यहां प्रतिदिन तीनों जिले से बड़ी संख्या में बेहतर इलाज की उम्मीद लेकर लोग पहुंचते हैं। ऐसे में यहां आने के बाद इलाज से ज्यादा पानी की समस्या झेलनी पड़े तो यह मरीज और परिजन दोनों के लिए दोहरी मार से कम नहीं है। बड़ी बात यह है कि यह समस्या कोई नया ताजा नहीं है। तीन साल से हर गर्मी में पेयजल संकट के बाद भी निदान के प्रयास को लेकर जिम्मेदारों का गंभीर न होना ज्यादा तकलीफदेह साबित हो रहा है।

सोन बैराज को मंजूरी मिली है, नपा से कहेंगे पानी दें : विधायक

विधायक मनीषा सिंह ने बताया कि सोन नदी पर बैराज निर्माण को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से चर्चा की थी, उन्होंने मंजूरी दे दी है। हम नगर पालिका से कहेंगे कि मेडिकल कॉलेज में पानी का इंतजाम करें।

Created On :   24 April 2025 6:34 PM IST

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