Shahdol News: कृषि उपज मण्डी प्रशासन की उदासीनता के चलते अव्यवस्था का आलम

कृषि उपज मण्डी प्रशासन की उदासीनता के चलते अव्यवस्था का आलम
  • लाखों का शेड बेकाम, बरामदे पर अतिक्रमण
  • एक शेड का निर्माण प्रदेश सरकार की योजना भावांतर के तहत कराया गया
  • शासन के निर्देशानुसार ही किसानों की सुविधाओं के लिए शेड निर्माण कराए गए थे।

Shahdol News: संभागीय मुख्यालय स्थित कृषि उपज मण्डी उन विभागों में शुमार है जहां शासकीय राशि का दुरुपयोग हो रहा है। लाखों रुपए से बने दो शेड का उपयोग ही नहीं हुआ, वहीं मंडी प्रशासन द्वारा निर्मित काम्पलेक्स के बरामदों में दीवार तानकर अतिक्रमण कर लिया गया है। मण्डी प्रशासन द्वारा डेढ़ दशक पहले दो शेड का निर्माण कराया गया था, ताकि यहां पर किसान अपनी उपज लेकर आएं तो बिक्री व नीलामी के लिए दिक्कत न हो।

एक शेड का निर्माण प्रदेश सरकार की योजना भावांतर के तहत कराया गया, लेकिन दोनों शेड का उपयोग नहीं हुआ। कृषि उपज मंडी में किसान उपज लेकर आते ही नहीं। प्रशासन ने प्रयास किया परंतु किसानों की मानें तो मंडी में उपज के खरीददार ही नहीं आते। सूत्रों के अनुसार शासन की मंशानुसार प्रशासन द्वारा प्रयास नहीं किए गए ताकि किसान यहां आकर इसका लाभ उठाएं। कुल मिलाकर बनाए गए दोनों शेड फिजूलखर्च के अलावा कुछ नहीं।

दीवार तान गलियारे को बनाई दुकानें

अनदेखी के चलते कृषि उपज मंडी के सभी काम्पलेक्स की दुकानें के गलियारे दुकानों की शक्ल ले चुकी हैं। पानी टंकी के सामने और पीछे दो दर्जन से अधिक दुकानों वाले काम्पलेक्स के बरामदे यानि गलियारे दुकानों में बदल चुके हैं। नीलामी में दुकानें दी गईं और बरामदे चलने के लिए थे, परंतु अधिकारियों की नाक के नीचे उन बरामदों में दुकानों के सामने दीवारें बनाकर दुकानों का रूप दे दिया गया। ऐसे अतिक्रमणों को चिन्हित किए जाने के बावजूद हटाने की कार्रवाई नहीं की जा रही है।

शासन के निर्देशानुसार ही किसानों की सुविधाओं के लिए शेड निर्माण कराए गए थे। जहां तक दुकानों के सामने बरामदों का सवाल है उन्हें चिन्हित किया गया है, कार्रवाई कराई जाएगी।

कुंवर साय, सचिव कृषि उपज मंडी

Created On :   2 Jan 2025 3:27 PM IST

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