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भूकंप का तेज झटका, 2.5 रही तीव्रता: सिवनी में नहीं थम रहा भूकंप आने का सिलसिला
- भूकंप आने के कुछ समय बाद लोगों ने एक और मामूली कंपन महसूस किया।
- सिवनी में बीते लगभग 45 माह में 39 बार भूकंप आ चुके हैं।
- इस भूकंप का केन्द्र फोरलेन छिंदवाड़ा बाइपास के पास 5 किमी की गहराई पर था।
डिजिटल डेस्क,सिवनी। तेज आवाज के साथ आए भूकंप के झटके ने सोमवार की दोपहर सिवनीवासियों में फिर एक बार दहशत भर दी। दोपहर 2 बजकर 52 मिनट 34 सेकेण्ड पर आए भूकंप की तीव्रता नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की वेबसाइट पर 2.5 रही।
भूकंप का केन्द्र सीलादेही के पास नेशनल हाइवे के 5 किमी नीचे रहा। भूकंप आने के कुछ समय बाद लोगों ने एक और मामूली कंपन महसूस किया। हालांकि भूकंप के कुछ देर बाद ही स्थिति सामान्य हो गई थी और इससे किसी प्रकार के नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।
रविवार की सुबह 6 बजकर 9 मिनट 19 सेकेण्ड पर भी सिवनी में भूकंप आया था। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी की वेबसाइट पर इसकी तीव्रता 2.5 मेग्नीट्यूड दर्ज हुई थी। मंगलवार को आया भूकंप इस साल का चौथा भूकंप बताया जा रहा है।
इससे पूर्व इसी साल 8 जुलाई की रात 2 बजकर मिनट 51 सेकेण्ड पर शहर में तेज आवाज के साथ 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप का केन्द्र फोरलेन छिंदवाड़ा बाइपास के पास 5 किमी की गहराई पर था। इसके पहले 13 मार्च की रात 8 बजकर 2 मिनट पर 3.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
सिवनी में बीते लगभग 45 माह में 39 बार भूकंप आ चुके हैं। रविवार को 40वां व सोमवार को 41 वां भूकंप दर्ज किया गया है। इस अवधि में अब तक सबसे अधिक तीव्रता 4.3 मैग्नीट्यूट का भूकंप 22 नवंबर 2020 में आया था।
इस दिन 4.3 सहित 2.4,1.8 व 2.7 तीव्रता के कुल चार भूकंप रिकार्ड हुए थे। 27 अक्टूबर 2020 को सुबह 4 बजकर 10 मिनट 50 सेकेण्ड पर 3.3 तीव्रता का भूकंप दर्ज हुआ था। इसके 3 दिन बाद 31 अक्टूबर की दोपहर 3.1 व शाम को 3.2 तीव्रता का भूकंप 27 अक्टूबर 2020 से 7 अक्टूबर 2023 तक 37 भूकंप रिकार्ड हुए थे। पिछले साल वर्ष 2023 के सितंबर-अक्टूबर में 11 भूंकप रिकार्ड हुए थे।
पानी पैदा करता है जमीन के भीतर तनाव
पिछले साल अक्टूबर माह में भी राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केन्द्र नई दिल्ली से तीन वैज्ञानिकों के दल को बुलाया गया था, जिन्होंने तीन दिन यहां रहकर विभिन्न क्षेत्रों में स्टडी की थी। वैज्ञानिकों को कई स्थानों पर दरार मिली थीं, जो कि उनके द्वारा कमजोर बताई गई थीं।
वैज्ञानिकों ने जानकारी दी थी कि बारिश में इन दरारों के माध्यम से पानी जमीन के भीतर प्रवेश करता है, जिससे जमीन के भीतर तनाव पैदा होता है और दरारों व चट्टानों से ऊर्जा रिलीज होने से सिवनी में छोटे भूकंप आ रहे हैं।
वैज्ञानिक डॉ. संजय प्रजापति ने जानकारी दी थी कि दरारें पूर्व से पश्चिम की ओर गुजरी हैं और आ रहे भूकंप के केन्द्र इन्हीं के आसपास दर्ज हो रहे हैं। उन्होंने कहा था कि भविष्य में भी इस तरह के भूकंप आते रहेंगे, लेकिन इनकी तीव्रता अधिकतम 3 अथवा 4 मैग्नीट्यूड ही रहेगी।
Created On :   2 Sept 2024 7:10 PM IST