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Seoni News: कमीशन के लिए प्राइवेट स्कूल संचालकों ने की फिक्स दुकानें, फिर हो रही मनमानी, कमेटी बनने के बाद भी कार्रवाई नहीं

- कमीशन के लिए प्राइवेट स्कूल संचालकों ने की फिक्स दुकानें
- फिर हो रही मनमानी, कमेटी बनने के बाद भी कार्रवाई नहीं
Seoni News: जबलपुर में प्राइवेट स्कूलों के संचालकों पर की गई एफआईआर का असर जिले में नहीं दिख रहा। नया शिक्षण सत्र शुरु होने के पहले ही प्राइवेट स्कूल संचालकों ने किताबों और गणवेश के लिए दुकानें फिक्स कर ली है। हैरानी की बात यह है कि जबकि कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्तरीय मॉनीटरिंग और ब्लॉक स्तरीय समिति गठित की गई है। अभी तक कमेटी ने किसी दुकान या स्कूल पर क्या गड़बड़ी चल रही है इसको लेकर कोई खुलासा तक नहीं किया। यानी इशारा साफ है कि दुकानदारों और स्कूल संचालकों को संरक्षण मिला हुआ है।
हर स्कूल की तीन से चार दुकानें फिक्स
जानकारी के अनुसार बड़े प्राइवेट स्कूलों ने किताबों के अलावा गणवेश को बेचने के लिए तीन से चार दुकानें फिक्स कर ली हैं। सिवनी के लूघरवाड़ा स्थित एक प्राइवेट स्कूल संचालक ने तो बारापत्थर में अपनी दुकान फिक्स की है। खास बात यह है इस दुकान में किताबों और कॉपियों की भरमार है। इसके अलावा कुछ छिटपुट स्टेशनरी सामाग्री है। सूत्रों के अनुसार यहां पर एक ही स्कूल की पुस्तकें बेची जा रही है।
पक्के बिल तक नहीं दे रहे
हर स्कूल की क्लास के अनुसार पुस्तकों का सेट बिक रहा है। खास बात यह है कि कोई भी दुकानदार पक्का बिल नहीं दे रहा। अलग-अलग पब्लिकेशन की बुकें मनमाने रेट पर बिक रही हैं। स्थिति यह है कि दुकानदार किसी भी किताब में कम रेट पर देने को तैयार नहीं है। यानी इसमें भी साफ है कि जीएसटी की चोरी की जा रही है। जबकि किसी भी खरीदी पर पक्का बिल दिया जाना अनिवार्य है।
हर ब्लॉक में बनाई समिति
प्राईवेट स्कूलों को लेकर चल रही मनमानी को लेकर हर ब्लॉक में समिति बनाई गई है। इसमें सहायक संचालक से लेकर, बीईओ, बीआरसी,प्रोफेसर ,बीएसी के अलावा प्राचार्य शामिल हैं। इस प्रकार जिले में ३१ अधिकारियों की समिति बनाई गई है। इसको तीन दिन में अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। इसमें समिति फीस वृद्धि, मनमाने स्तर पर किताबों और गणवेश की बिक्री के अलावा शिकायतों पर कार्रवाई नहीं होने के सिलसिले में जांच करेगी।
इनका कहना है
ग्राहक को पक्का बिल दिया जाना दुकानदार का दायित्व है। यदि कोई शिकायत मिलती है तो उसको लेकर जांच कर कार्रवाई की जाएगी। बिना जीएसटी के किताबें बिक रही हैं तो उसको जांच की जाएगी।
प्रशांत सिंह पंद्रे,डिप्टी कमिश्नर, स्टेट जीएसटी
हर ब्लॉक में जांच समिति बनी है। अभी समिति की रिपोर्ट नहीं आई है। रिपोर्ट का सत्यापन किया जाएगा। यदि कहीं गड़बड़ी पाई जाती है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
एसएस कुमरे, जिला शिक्षा अधिकारी
जिला शिक्षा अधिकारी को जांच के निर्देश पूर्व में ही दिए जा चुके हैं। अधिक फीस लेने और मनमानी किताबें और गणेवश के मामले में कार्रवाई की जाएगी।
संस्कृति जैन, कलेक्टर
Created On :   5 April 2025 6:05 PM IST