सिवनी: बिना परीक्षण किए कर दिया था केंद्र का आवंटन, धान घोटाले में अन्य आरोपियों का सुराग नहीं

बिना परीक्षण किए कर दिया था केंद्र का आवंटन, धान घोटाले में अन्य आरोपियों का सुराग नहीं
  • बिना परीक्षण किए कर दिया था केंद्र का आवंटन
  • धान घोटाले में अन्य आरोपियों का सुराग नहीं

डिजिटल डेस्क, सिवनी। अफसरों ने धान उपार्जन की पॉलिसी के नियमों को अनदेखा कर दिया था जिसका नतीजा यह हुआ कि शासन को दो करोड़ की चपत लग गई। ताखलाकला समिति को केंद्र आवंटन के लिए सहमति सहकारिता विभाग की ओर से दी गई थी। बिना परीक्षण किए केंद्र देने का प्रस्ताव भी तैयार कर दिया गया। जबकि पूर्व के हुए गबन के मामलों को नजरअंदाज कर दिया गया। स्थिति यह है कि दो करोड़ की गायब हुई ८९६३ क्विंटल धान में से एक किलो धान भी नहीं मिल पाई है। वहीं अन्य आरोपियों का पता चल पा रहा है। पुलिस भी तीन आरोपियों के अलावा अन्य संदिग्धों को ही पूछताछ कर रही है।

केंद्र बनाने के लिए लगाया जुगाड़

सहाकारी समिति तालखलाकला समिति के आरोपी प्रबंधक सत्यनारायण बघेल ने २१ नवंबर को केंद्र बनाने के लिए पत्र लिखा था। इसमें बताया गया था केंद्र मिलने पर धान खरीदी को जो भी कमीशन मिलेेगा वह काट भी लिया जाएगा तो समिति को कोई आपत्ती नहीं होगी। इसी पत्र को आधार बनाकर सहकारिता विभाग ने सहमति जताते हुए जिला सहकारी बैंक के मुख्यकार्यपालन अधिकारी ने ताखलाकला समिति सहित आठ समितियों को धान खरीदी केंद्र बनाने का प्रस्ताव दे दिया था।

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किसानों को भुगतान की बनी समस्या

इस मामले में जिन जिन किसानों को धान का पैसा नहीं मिला है उसको लेकर अफसरों का कहना है कि कुर्की की कार्रवाई से ही किसानों को पैसा दिया जाएगा। हालांकि इस मामले में पुलिस जांच कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है जब तक अन्य आरोपी पकड़ नहीं जाते हैं तब तक धान का पता नहीं चलेगा। अभी तक कहीं से भी धान नहीं मिली है। वहीं बोरी गांव के ट्रक मालिक का भी पता नहीं चल पाया है।

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इनका कहना है

आरोपियों पूछताछ लगातार जारी है। धान भी नहीं मिली है। बीच-बीच की कड़ी टूटने के कारण अन्य आरोपियों तक नहीं पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं। अभी मुख्य आरोपी समिति का निलंबित प्रबंधक ही है।

केएस टेकाम, थाना प्रभारी,बरघाट

धान खरीदी केंद्र का प्रस्ताव में सहकारिता की ओर से सहमति दी गई थी। इसी आधार पर केंद्र का आवंटन हुआ है। नियमानुसार रिकवरी होने पर किसानों को धान का पैसा मिल पाएगा।

शैलेष कुमार शर्मा, जिला आपूर्ति अधिकारी

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Created On :   5 Feb 2024 5:13 AM GMT

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