Satna News: जंगल में फांसी पर लटके मिले ढाई माह से लापता 2 भाइयों के कंकाल

जंगल में फांसी पर लटके मिले ढाई माह से लापता 2 भाइयों के कंकाल
  • वैज्ञानिक आधार पर मृतकों की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।
  • 17 अप्रैल को मेडिकल कालेज में डॉक्टरों के पैनल से दोनों कंकाल का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।

Satna News: कोलगवां थाना अंतर्गत नईबस्ती से तकरीबन ढाई माह पहले लापता हुए 2 सगे भाइयों के कंकाल बुधवार को चित्रकूट थाना अंतर्गत गुप्तगोदावरी के जंगल में पेड़ पर लटकते पाए गए। मृतकों की मां गोलहरी यादव ने कपड़ों के आधार पर दोनों की पहचान वीरेंद्र यादव (22) और जीतेंद्र यादव (18) के रुप में की है। मौके पर पहुंची पुलिस की फोरेसिंक टीम के अधिकारी डा. महेंद्र सिंह ने बताया कि वैज्ञानिक आधार पर मृतकों की पुष्टि के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा।

माना जा रहा है कि 17 अप्रैल को मेडिकल कालेज में डॉक्टरों के पैनल से दोनों कंकाल का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। गोलहरी यादव ने पुलिस को बताया कि वह मूलत: बरौंधा थाने के बंगी पुरवा की रहने वाली है। पति रामसखा की मृत्यु पहले ही हो चुकी थी। दोनों बेटे यहां नईबस्ती में किराए का मकान लेकर पढ़ाई करते थे,जबकि मां दिल्ली में बेटी के साथ रहती है।

कोलगवां थाने में दर्ज थी गुम होने की शिकायत

पुलिस ने बताया कि 28 जनवरी को मृतकों की मां ने फोन पर संपर्क कर अपने दोनों बेटों से बात करने की कोशिश की थी लेकिन जब संपर्क नहीं हो पाया तो मां गोलहरी दिल्ली से सतना आई और हर संभावित ठिकानों पर तलाश के बाद उसने 30 जनवरी को कोलगवां थाने में गुम इंसान के तहत कायमी कराई थी। वीरेंद और जीतेंद्र की अंतिम मोबाइल लोकेशन चित्रकूट में मिली थी।

बताया गया है कि बुधवार की सुबह जंगल में महुआ बीनने गईं कुछ महिलाओं ने पेड़ पर फांसी में लटकते हुए 2 नर कंकाल देखे। सतना से गोदावरी की ओर जाने वाली सडक़ से लगभग 50 मीटर दूर जंगल में दोनों कंकाल 40 फीट के अंतराल में दो अलग-अलग पेड़ों में फंसी पर झूलते हुए मिले। जीतेंद्र के सिर पर टोपी और वीरेंद्र के शरीर में सिर्फ शर्ट बची थी।

Created On :   17 April 2025 12:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story