- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- सतना
- /
- देशी बम में विस्फोट से गाय-बैल...
Satna News: देशी बम में विस्फोट से गाय-बैल जख्मी, अपराध दर्ज, 2 महिलाएं गिरफ्तार
- पारदी डेरे के बाकी सदस्य पकड़े जाने के डर से हो गए फरार
- पशुपालकों की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर पारदी डेरे की दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
Satna News: रामनगर थाना क्षेत्र के कुबरी जंगल में सुअरों को मारने के लिए रखे गए देशी बम की चपेट में आने से गाय और बैल बुरी तरह घायल हो गए, जिससे इलाके में हडक़ंप मच गया, तो वहीं पशुपालकों की रिपोर्ट पर पुलिस ने अपराध दर्ज कर पारदी डेरे की दो महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि कुबरी निवासी रामपाल सिंह गोड़ रविवार को अपने और भाई छोटेलाल सिंह गोड़ के 3 दर्जन पालतू मवेशियों को चराने के लिए जंगल ले गए थे, मगर वापसी के दौरान सोन नदी पुल के पास पहुंचने पर जब गाय-बैल घास चरने लगे, इसी दौरान जोरदार धमाका हो गया, जिससे रामपाल का पोंडिया नामक बैल और छोटेलाल की धौराजी नामक गाय के जबड़े जख्मी हो गए। दोनों के मुंह से खून बहने लगा।
यह देखकर रामपाल तुरंत सभी मवेशियों को घर ले गया, जहां उसके बेटे राजू सिंह ने घायल गाय-बैल की हालत देखकर उपचार शुरू कराया, तो परिजनों के साथ नौघटा के पास घटना स्थल का भी जायजा लिया।
विस्फोटक अधिनियम में कायमी
इतना ही नहीं सोमवार की सुबह थाने पहुंचकर घटनाक्रम की लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए कलियावाला नाले के पास तीन दिन पहले आकर डेरा जमाने वाले पारदी लोगों पर जंगली सुअरों के शिकार के लिए देशी बम रखने का संदेह जताया। इस बयान पर विस्फोटक अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर जांच प्रारंभ की गई और पुलिस की एक टीम ने कुबरी पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना करने के साथ पारदियों के डेरे पर भी दबिश दी, लेकिन दो महिलाओं को छोडक़र कोई नहीं मिला।
झोपडिय़ों से मिले देशी बम
झोपडिय़ों की तलाशी लेने पर काफी संख्या में देशी बम बरामद हो गए, जिस पर आरोपियां उतुरना उर्फ नितुरना पारदी पति तनाने पारदी 19 वर्ष, निवासी डरौरी, थाना बरही और दूजा पति जब्बर पारदी 27 वर्ष, निवासी बूड़ा थाना रीठी, जिला कटनी, को हिरासत में ले लिया गया। दोनों से डेरे के बाकी सदस्यों के संबंध में पूछताछ की जा रही है, तो फरार आरोपियों की तलाश में भी टीम दौड़ाई गई है। बताया गया है कि यह इलाका शहडोल जिले की सीमा से लगा हुआ है। सोन पुल के दूसरी तरफ देवलौंध का बुड़वा गांव शुरू हो जाता है, जहां से तीन दिन पहले ही पारदियों ने कूचकर रामनगर की सीमा में डेरा जमाया था।
Created On :   30 Dec 2024 8:01 PM IST