सतना: इधर रोज की तरह भारी जाम और उधर सडक़ सुरक्षा पर 2 घंटे चला चिंतन

इधर रोज की तरह भारी जाम और उधर सडक़ सुरक्षा पर 2 घंटे चला चिंतन
  • स्मार्ट सिटी को हैवी ट्रैफिक से अभी 6 माह राहत की नहीं
  • फिलहाल ट्रैफिक डीएसपी के हेलमेट ऑफिस पर चलेगा बुल्डोजर
  • यातायात पुलिस को नगर निगम से मिलेगी क्रेन की सौगात

डिजिटल डेस्क,सतना। व्यस्ततम रीवा रोड के न्यू मार्केट पर हैवी ट्रैफिक से अभी 6 माह राहत की उम्मीद नहीं है? मंगलवार को सडक़ सुरक्षा पर चले तकरीबन 2 घंटे चले चिंतन का यही तथ्य है।

शहर में अराजक यातायात के लिए काफी हद तक जिम्मेदार पन्ना-चित्रकूट रोड की बसों को बस स्टैंड से बदखर होते हुए बायपास का रुट देने सुझाव को इस तर्क के साथ आगे बढ़ा दिया गया कि समस्या सिर्फ 6 माह की है। नगर निगम के दावे के मुताबिक इंटर स्टेट बस टर्मिनल (आईएसबीटी) बनते ही बसों के नए सिरे से रुट तय किए जाएंगे।

आईएसबीटी: 2 वर्ष बाद भी अधूरा है 20 फीसदी काम

यहां मैहर बायपास पर स्मार्ट सिटी फंड से 31.15 करोड़ की लागत से निर्माणाधीन आईएसबीटी विगत 2 वर्षों से निर्माणाधीन है। जानकारों ने बताया कि दूसरा एक्सटेंशन भी अगले महीने पूरा हो रहा है। तय समय से 6 माह विलंब से चल रहा यह काम अभी भी 20 फीसदी शेष है। निर्माण एजेंसी हाउसिंग बोर्ड है। सवाल यह है कि बैल कब बिकेगा?

सर्किट हाउस चौक से सिविल लाइंस के बीच यूं सुगम करेंगे राह

ट्रैफिक डीएसपी संजय खरे ने सेमरिया चौक से सर्किट हाउस और सिविल लाइंस तक हैवी ट्रैफिक से निजात के लिए वैकल्पिक उपायों का मुद्दा उठाया। तय किया गया कि हेलमेट स्ट्रक्चर( ट्रैफिक डीएसपी के आफिस) को तोड़ा जाएगा।

अभी बसों की कतार इसी ऑफिस के आगे लगती है, आफिस टूटने से बसों के लिए थोड़ी जगह और मिल जाएगी। सेमरिया चौक से सिविल लाइंस के बीच संकरी पुलिया खत्म कर इन स्थानों को समतल किया जाएगा। इसी प्रकार कोठी मोड़ पर हनुमान मंदिर के पीछे पड़ी खाली जगहों पर बस को अस्थाई स्थानक दिया जाएगा।

यातायात पुलिस इस रूट पर बसों के स्थानक चिन्हित करेगी। स्थानक के उल्लंघन पर जुर्माना कार्यवाही की जाएगी। ऐसे वाहनों की जब्ती के लिए नगर निगम ट्रैफिक पुलिस को क्रेन भी उपलब्ध कराएगा। भरहुत नगर मोड़ पर ट्रैफिक के भारी दबाव की बात तो आई, मगर वैकल्पि उपाय के सवाल पर बात बेनजीता रही।

रोड सेफ्टी ऑडिट कराएं : सांसद :

बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद गणेश सिंह ने दुर्घटना की आशंका वाली सडक़ों का रोड सेफ्टी ऑडिट कराने के आदेश दिए। उन्होंने ब्लैक स्पॉट खत्म किए जाने पर भी जोर दिया। सांसद ने जिला अस्पताल के सामने इमरजेंसी सेवाओं में बाधा पर नाराजगी जताई और अस्पताल के सामने की पार्किंग को शिफ्ट करने के निर्देश दिए।

बैठक में राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी, विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा, मेयर योगेश ताम्रकार, कलेक्टर अनुराग वर्मा, एसपी आशुतोष गुप्ता, एसडीएम नीरज खरे और राहुल सिलाडिया भी मौजूद थे।

ब्लैक स्पॉट: 3 साल में 94 सडक़ हादसे, 34 मौत

डीएसपी ट्रैफिक ने बताया कि विगत 3 साल में 94 सडक़ दुर्घटनाओं में 34 मौत हुईं जबकि 77 राहगीर घायल हुए। उन्होंने बताया कि खाम्हा खूझा के ब्लैक स्पॉट पर 8 दुर्घटनाओं में 8, कृपालपुर में 8 दुर्घटनाओं में 2 व्यक्ति, बेला में 14 दुर्घटनाओं में 10 व्यक्तियों की मृत्यु हुई।

रनेही मोड के ब्लैक स्पॉट में 5 दुर्घटना में 2 मौत और दुबहाई पुलिया सेमरिया रोड में 5 दुर्घटना में 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई। बेला ब्लैक स्पॉट पर टोल रोड में हुई दुर्घटना मृत्यु पर गहरी चिंता जताते हुए रोड का सेफ्टी ऑडिट कराने तथा ब्लैक स्पॉट खत्म करने की कार्यवाही करने का निर्णय लिया गया।

एआरटीओ संजय श्रीवास्तव ने बताया कि सतना-मैहर जिले में 10 ब्लैक स्पॉट और 54 दुर्घटना संभावित क्षेत्र चिन्हित हैं। इनमें से 10 अब मैहर जिले में हैं। इस दौरान शहर के नो एंट्री प्वाइंट के पुनर्निर्धारण पर भी चर्चा हुई।

Created On :   14 Aug 2024 9:50 AM GMT

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