भूमि अभाव के चलते हाइवे-अस्पताल का निर्माण: अस्पताल के पास से नेशनल हाईवे निकलेगा यह कैसा विकास, करोडों के विकास कार्यों को कराने में उदासीन प्रशासन

अस्पताल के पास से नेशनल हाईवे निकलेगा यह कैसा विकास, करोडों के विकास कार्यों को कराने में उदासीन प्रशासन
  • अस्पताल के पास से नेशनल हाईवे निकलेगा यह कैसा विकास
  • करोडों के विकास कार्यों को कराने में उदासीन प्रशासन
  • भूमि अभाव के चलते हाइवे और अस्पताल का हो रहा एक साथ निर्माण

डिजिटल डेस्क, पन्ना। वर्षों की मांग और संघर्ष के बाद क्षेत्र में विकास की सौगात मिलती हैं। इसके बाद भी विकास कार्यो को कराने में प्रशासन गंभीर नहीं है। इसका स्पष्ट उदाहरण पवई तहसील मुख्यालय में देखने को मिल रहा है। इन दिनों पवई क्षेत्र में विकास कार्यों के लिए करोडों रूपये के कार्य स्वीकृत किए गए हैं लेकिन इन कार्यों को कराने में कोई गंभीर नजर नहीं आ रहा। आलम यह है कि एक ही स्थान पर हाइवे और अस्पताल का कार्य प्रारंभ करा दिया गया। बताया जाता है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 943 से पन्ना-कटनी मार्ग को जोडते हुए पवई में बायपास रोड का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसी बायपास के ठीक बगल में नवीन अस्पताल के लिए जमीन आवंटित कर दी गई। यहां करने को 10 एकड भूमि निर्माण कार्य हेतु दी गई जो अस्पताल के लिए नाकाफी है। वन विभाग कार्यालय के परिक्षेत्र कार्यालय के पास बनाए जा रहे अस्पताल का कार्य भी प्रारंभ हो गया और स्टे्रक्चर वर्क भी पूरा कर लिया गया। वहीं हाइवे निर्माण के लिए भी कार्य प्रारंभ है। पन्ना-कटनी मुख्य मार्ग के बीच पहले बायपास सडक होगी फिर अस्पताल नजर आयेगा। सामान्य तौर पर देखें तो अस्पताल परिसर के बीच से ही बायपास निकलेगा।

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जो हर समय लोगों के लिए मुसीबत का सबब होगा। वहीं हाइवे पर वाहनों के शोर भी समस्या खडी करेगा। इतना ही नहीं, पुलिस हाउसिंग बोर्ड द्वारा करीब 7 करोड की लागत से अस्पताल के मुख्य भवन का निर्माण कराया जा रहा है। 50 बिस्तर के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के लिए यहीं पास में ही डाक्टर क्वार्टर आदि का निर्माण कार्य किया गया है। इसी के साथ ही लैब निर्माण का कार्य भी यहीं प्रगतिरत है। सर्वसुविधायुक्त अस्पताल बनाने के दावों के बीच जिस तरह से मनमाना निर्माण हो रहा है वह समझ के परे है। गौरतलब है कि 17 मई 2022 को यहां निर्माण कार्य के लिए जब भूमि आवंटित की गई थी तो स्थानीय लोगों ने नाराजगी जताई थी। तत्कालीन कलेक्टर पन्ना ने मौके पर पहुंचकर लोगों की शिकायतें भी सुनी लेकिन जमीन आभाव का हवाला देते हुए निर्माण कार्य यहीं प्रारंभ करा दिया गया।

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आपस में झगड रहे विभाग, कार्य प्रभावित

जिस स्थान पर बायपास और नवीन अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है वहीं ठीक बगल में वन भूमि क्षेत्र भी है। खसरा नम्बर 5728, 5737 एवं 5738 से ही हाइवे गुजरेगी और इसी भूमि पर 10 एकड जमीन अस्पताल को दी गई है। सदर पटवारी ने बताया कि इसी रकवे में वन विभाग की नर्सरी भी बनी है। यदि नर्सरी न होती तो अस्पताल और पीछे हो सकता था। इसके अलावा लोक निर्माण विभाग भवन पीआईयू द्वारा को भी यहां ब्लाक पब्लिक हैल्थ यूनिट के निर्माण कार्य हेतु भूमि आवंटित की गई है। लेकिन पुलिस हाउसिंग और राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों की आपत्ति के चलते यहां पीआईयू को काम करने नहीं दिया जा रहा है। जिसके चलते अगस्त 2023 में स्वीकृत 50 लाख की ब्लाक हैल्थ यूनिट का निर्माण कार्य प्रारंभ भी नहीं हो सका है। एक ही स्थान पर वन विभाग, हाइवे, पुलिस हाउर्सिंग और पीआईयू की दावेदारी देखने को मिल रही है। जिसके चलते हर विभाग अपने कार्य को प्राथमिकता दे रहा है। ऐसे में जिल प्रशासन को हस्ताक्षेप कर व्यवस्थित विकास कार्य सुनिश्चित कराना चाहिए अन्यथा विकास के नाम पर आए पैसे जरूर खर्च हो जायेंगे लेकिन विकास नहीं हो सकेगा।

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इनका कहना है

नेशनल हाईवे निर्माण में जो उसके मापदंड होते हैं उसके आधार पर ही उसकी निश्चित दूरी से बिल्डिंग का निर्माण किया जाता है और यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो उसको मैं दिखवाता हूं।

सुरेश कुमार, कलेक्टर पन्ना

Created On :   7 Aug 2024 11:52 AM GMT

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