Panna News: पन्ना के शिल्पी शंकर प्रसाद गौतम, पीडब्लूडी से सेवानिवृत्ति के बाद काष्ठ कला में अनुरक्त

पन्ना के शिल्पी शंकर प्रसाद गौतम, पीडब्लूडी से सेवानिवृत्ति के बाद काष्ठ कला में अनुरक्त
  • पन्ना के शिल्पी शंकर प्रसाद गौतम
  • पीडब्लूडी से सेवानिवृत्ति के बाद काष्ठ कला में अनुरक्त
  • लकडी से बनाते हैं अनोखी कलाकृतियां

Panna News: शहर के टिकुरिया मोहल्ले में 73 वर्षीय शंकर प्रसाद गौतम के घर में प्रवेश करते ही एक अलग ही दुनिया का अनुभव होता है। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ पद से सेवानिवृत्त हुए श्री गौतम के हाथों ने अब लकडी को जीवंत कलाकृतियों में बदलने का अद्भुत हुनर पा लिया है। उनके भीतर कला के प्रति ऐसा जबरदस्त जुनून है कि उनके हाथ में लकडी का छोटा सा टुकडा भी आ जाए तो वह उसे किसी न किसी उपयोगी और सुन्दर रूप में ढाल ही देते हैं। यह कला यात्रा कोई नई नहीं है। श्री गौतम पिछले 40 वर्षों से लकडी पर नक्काशी कर रहे हैं लेकिन वर्ष 2012 में शासकीय सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद उन्होंने इस शौक को अपनी पूर्णकालिक साधना बना लिया है। अब उनका दिन सुबह से लेकर देर रात तक लकडी के साथ ही बीतता है हर क्षण उनकी छेनी और हथौडी लकडी पर अद्भुत आकृतियाँ उकेरती है। उनके घर के चार कमरे उनकी इस कला के जीवंत संग्रहालय बन चुके हैं। दीवारों पर भगवान के सुन्दर चित्र सजे हैं लकडी पर मनमोहक दृश्य उकेरे गए हैं तो कहीं कलात्मक गमले और घडियाँ अपनी सुन्दरता बिखेर रही हैं। हर एक कृति श्री गौतम की लगन, धैर्य और कला के प्रति उनके गहरे प्रेम की कहानी कहती है।

इन बेशकीमती कलाकृतियों के पीछे श्री गौतम का कोई व्यावसायिक उद्देश्य नहीं है। उनका कहना है कि वह इन्हें बेचकर कोई लाभ नहीं कमाना चाहते। उनकी एकमात्र इच्छा यही है कि शासन, प्रशासन, जनप्रतिनिधि और आमजन उनकी इस मेहनत और कला को देखें पहचानें और सराहें। यह उनके लिए सबसे बडा पुरस्कार होगा उनकी कला के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। शंकर प्रसाद गौतम जैसे कलाकार यह साबित करते हैं कि कला किसी उम्र या पेशे की मोहताज नहीं होती। सच्ची लगन और जुनून हो तो साधारण सी लकडी भी असाधारण कलाकृति में बदल सकती है। उनकी कहानी न केवल प्रेरणादायक है बल्कि यह हमारी समृद्ध कला और शिल्प परंपरा की जीवंत मिसाल भी है। यह देखना दिलचस्प होगा कि उनकी इस अनमोल कला को समाज और प्रशासन किस प्रकार सम्मानित करता है। श्री गौतम द्वारा एक अनोखी कला का प्रदर्शन करते हुए देश में आज तक जितने भी सिक्के प्रचलन में रहे तो उनको भी उनके द्वारा एकत्रित करके एक सीनरी बनाई है जो बेहद ही आकर्षक है।

Created On :   21 April 2025 12:46 PM IST

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