पन्ना: ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित जल प्रदाय एवं लू से बचाव उपायों के बारे में अवगत कराने के निर्देश

ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित जल प्रदाय एवं लू से बचाव उपायों के बारे में अवगत कराने के निर्देश
  • ग्रामीण परिवारों को सुरक्षित जल प्रदाय एवं लू से बचाव उपायों के बारे में अवगत कराने के निर्देश

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी संघ प्रिय द्वारा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय के जारी दिशा निर्देशानुसार वर्तमान ग्रीष्मकाल में सामान्य से अधिक तापमान रहने एवं लू के मद्देनजर समस्त जनपद पंचायत सीईओ को ग्रामीणजनों को आवश्यक उपायों के बारे में अवगत कराने संबंधी निर्देश जारी किए गए हैं। बताया गया है कि वर्तमान में लू एवं अधिक तापमान जनस्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। लू के प्रभाव को कम से कम करने और ग्रामीण परिवारों में नियमित रूप से सुरक्षित जल प्रदाय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से भी ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यक उपाय के संबंध में अवगत कराया गया है। इस बारे में सलाह दी गई है कि स्थानीय मौसम समाचार के लिए समाचार पत्र पढने के साथ रेडियो सुनें एवं टीवी देखें। भारत मौसम विज्ञान विभाग की वेबसाइट पर मौसम का नवीनतम अपडेट प्राप्त किया जा सकता है। यदि जल स्त्रोत सतही जल अवरोध या नदी है और यह पाया जाए कि वाष्पीकरण के कारण स्त्रोत समाप्त हो रहा है तब केवल पेयजल और घरेलू जल प्रयोजनों के लिए पानी आरक्षित करना सुनिश्चित किया जाए।

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जल स्त्रोत भू-जल होने पर चेकडेम, डाइक, परकोलेशन तालाब, कंटूर ट्रेचिंग इत्यादि जैसे स्त्रोत स्थिरता संरचनाएं अपनाएं। यदि भू-जल स्त्रोत में कमी पाई जाती है तो सुरक्षित पेयजल की वैकल्पिक आपूर्ति जैसे वैकल्पिक स्त्रोत की पहचान या टेंकर जल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकती है। नियमित दूरी पर मिट्टी के बर्तनों के माध्यम से भी सुरक्षित पेयजल की व्यवस्था स्थापित करना बेहतर उपाय है। इसके अलावा सामुदायिक शौचालयों में पानी की पर्याप्त मात्रा सुनिश्चित करने के साथ सुरक्षित समझने और प्रबंधन करने के लिए सभी स्तरों पर जागरूकता पैदा कर क्षमता निर्माण करना चाहिए। जनस्वास्थ्य के संबंध में एनडीएमएए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा प्रसारित की जा रही सूचना व सलाह अपनाने की सलाह दी गई है। इस संबंध में बताया गया है कि दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक बाहर जाने से बचा जाए। पर्याप्त मात्रा में पानी के उपयोग के साथ सीधी धूप से बचने व छाया में रहने की सलाह दी गई है। इसी तरह सिर को टोपी या हेडगियर से ढककर रखना चाहिए।

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हीट स्ट्रोक होने पर प्रभावित व्यक्ति को आइसपैक और ठंडे पानी से राहत प्रदान कर तुरन्त अस्पताल ले जाना चाहिए। नमक और चीनी वाला पानी इलेक्ट्रोलाइट्स रखने की सलाह भी दी गई है। बच्चों और बुजुर्गो को हीटस्ट्रोक का सबसे ज्यादा खतरा होने की संभावना के कारण विशेष सावधानी रखने के बारे में बताया गया है। संबंधित अधिकारियों को संभावित लू की स्थिति से निपटने के लिए मौसमी ग्रीष्मकालीन योजनाएं तैयार करने और सभी ग्रामीण घरों में सुरक्षितए टिकाऊ, विश्वसनीय और नियमित जल आपूर्ति प्रदान करने के लिए संबंधितों को निर्देश प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है। साथ ही बचाव के उपाय सभी ग्राम पंचायत के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कराने के निर्देश भी दिए गए हैं।

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Created On :   23 May 2024 4:08 PM IST

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