Panna News: खुले में रखा किसानों का गेहूं बारिश से भींगा, वारदान के अभाव में किसानों की नाराजगी

खुले में रखा किसानों का गेहूं बारिश से भींगा, वारदान के अभाव में किसानों की नाराजगी
  • खुले में रखा किसानों का गेहूं बारिश से भींगा
  • वारदान के अभाव में किसानों की नाराजगी

Panna News: शाहनगर में कृषि उपज मंङी बिसानी केन्द्र क्रमांक-2 पर खुले में रखा किसानों का गेहूं रविवार को हुई बारिश के कारण भींग गया। करीब आधा घंटे की बारिश में जब तक किसान अपने-अपने गेहूं को ढंक पाते या अन्य कोई व्यवस्था कर पाते तब तक पानी भरने से सारा गेहूं गीला हो गया। इस गेहूं खरीदी केंद्र पर खुले में ही गेहूं की तुलाई की जा रही थी और अचानक हुई बारिश के पानी से गेहूं भीग गया। खरीदी केंद्र संचालक सहित समिति प्रबंधक ने पानी से बचने के लिए अगर पूर्व से व्यवस्था की होती तो शायद गेहूं को बारिश से बचाया जा सकता था काबिलेगौर है कि 12 हजार क्विंटल के स्लाट क्षेत्रीय किसानों के बुक किये गये थे जिसमें अभी तक 10 रैक ही वारदाने आये हैं। किसानों ने बताया कि यह समस्या 21 अप्रैल से लगातार बनी हुई है लेकिन वारदाने की कमी से सारा अनाज भींग गया।

रिक्त पडा जेएसओ का पद

सहकारिता विभाग में कर्मचारियों अधिकारियों की कमी के चलते एक-एक जेएसओ जिले के कई तहसीलों का प्रभार लिये हुये हंै हाल ही में पन्ना कलेक्टर ने जिले में खरीदी केन्द्रों की व्यवस्था बनाये रखने के लिए शाहनगर जेएसओ मेघा चंदेल को पन्ना एवं गुनौर नियुक्त किया था साथ ही गुनौर जेएसओ प्रताप सिंह को पवई एवं शाहनगर की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिस पर आज तक शाहनगर जेएसओ का पद रिक्त पङा हुआ है। ऐसे में न समिति प्रबंधक अपनी जिम्मेदारी समझ रहे हैं और न ही केन्द्र प्रभारी जिसका खामियाजा बेचारे किसानों को भोगना पङता है। बारिश के बाद यहां का नजारा बदल गया है। खरीदीं केंद्र में तुलाई के बाद खुले में रखी बोरियां और जमीन पर रखा गेहूं पानी में लगभग पूरी तरह गीला हो गया। इसमें खरीदीं केंद्रों के संचालकों की लापरवाही सामने आई है।

२१ व २२ अप्रैल को आये थे वारदाना नहीं मिला। जिसके चक्कर में पेरशान हो गये और डेट भी निकल गई। अब फिर से डेट आयेगी तो बुकिंग करायेंगे।

अशोक राय, निवासी ग्राम सुडौर

दस दिन से खरीदी केन्द्र में गेहूं लेकर आया हूं कोई सुनने वाला नहीं है। वारदाना नहीं मिल रहा है कैसे तुलाई हो।

फूल सिंह, किसान नुनागर

गेहूं लेकर आये हैं रखें कहां जमीन में धूल और कंकड हैं। बारिश से गेहूं भींग गया है। हम चाहते हैं कि जितनी सफाई से गेहूं आया था वैसे ही गेहूं की तुलाई हो पर शाहनगर खरीदी केन्द्र जैसी भर्रेशाही कहीं नहीं हैं। किसानों के अनाज से इन्हें कोई सरोकार नहीं। वारदाना की कमीं से जमीन में ही गेहूं रखना पडा।

धर्मेन्द्र सिंह, किसान मेहगवां घाट

मैं तो समिति प्रबंधक से कहते-कहते थक गया कि मेरी तुलाई करा दो पर नहीं कराई गई और आज बारिश होने से गेहूं भींग गया।

अफसर कलाम, किसान

इनका कहना है

मैंने जेएसओ से बात की है वारदाने के सथ खुले में रखने अनाज को ढकने की व्यवस्था कराई जा रही है जिससे आगे समस्या न बनें।

श्रुति अग्रवाल, अनुविभागीय अधिकारी शाहनगर

Created On :   28 April 2025 1:04 PM IST

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