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स्वीमिंग पूल में डूबने से किशोर की मौत, पहले ही दिन ही हुआ हादसा
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डिजिटल डेस्क, सतना। जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग के अंतर्गत दादा सुखेन्द्र सिंह स्टेडियम में स्थित स्वीमिंग पूल में डूबने से किशोर की मौत हो गई। जिस पर मर्ग कायम कर जांच की जा रही है तो वहीं परिजन ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए प्रबंधन पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पुलिस के मुताबिक प्रेमनगर निवासी मुकेश नारंग के दो बेटों अभिषेक 17 वर्ष और आदित्य 14 वर्ष ने तैराकी सीखने के लिए खेल विभाग में 16-16 सौ रुपए की निर्धारित फीस देकर नाम लिखवाया था। दोनों भाई शुक्रवार सुबह पहली बार प्रशिक्षण लेने खेल परिसर में पहुंचे तो वहां मौजूद लाइफ गार्ड शिवमंगल सिंह और शिवम शर्मा ने उन्हें पूल के कुछ हिस्से में तैरने के लिए भेज दिया जहां 4 फिट तक पानी भरा था। तकरीबन साढ़े 6 बजे अभिषेक दूसरे तैराकों को देखकर उस तरफ चला गया, जहां 14 फिट पानी भरा था। वह सीढ़ियों पर चढ़कर नीचे कूद गया, लेकिन तैराकी नहीं जानने के कारण डूब गया। उधर जब कुछ देर तक किशोर ऊपर नहीं आया तभी किनारे पर बैठी महिला ने उसके भाई को बताया तो वह भागकर बाहर बैठे लाइफ गाड्स के पास पहुंचा, जिन्होंने खबर लगते ही पूल में उतरकर तलाश करते हुए अभिषेक को बाहर निकल लिया। बेहोशी के हालत में बच्चों को अस्पताल ले जाया गया,जहां डॉक्टर ने देखते ही मृत घोषित कर दिया।
पानी गंदा, ट्रेनर भी नहीं
जब अभिषेक पूल में डूबा तब लगभग आधा सैकड़ा लोग तैराकी कर रहे थे। परिजन का आरोप है कि पूल का पानी निर्धारित मानकों के लिहाज से काफी गंदा था। इतना ही नहीं कोई प्रशिक्षक भी यहां तैनात नहीं किया गया है, सिर्फ लाइफ गार्ड के सहारे पूल चलाया जा रहा है। नियमानुसार एक समय में 5 तैराकों को ही स्वीमिंग की इजाजत दी जानी चाहिए। घटना के समय दोनों गार्ड भी कुछ देर के लिए अंदर चले गए थे। उन्होंने प्रबंधक और कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग की है। आरोपों को देखते हुए जांच अधिकारी सुभाषचन्द्र वर्मा ने पानी का सेम्पल भी जांच के लिए संचित कर लिया। साथ ही लाइफ गाड्र्स के बयान भी दर्ज किए गए। उधर पिता ने बताया कि दोनों बेटों ने 15 दिन तक एक निजी स्कूल में तैराकी का प्रशिक्षण लिया था।
स्पोर्ट डायरेक्टर ने मांगी रिपोर्ट
घटना की जानकारी लगते ही खेल प्राधिकरण भोपाल के डायरेक्टर ने पुलिस अधीक्षक रियाज इकबाल से घटनाक्रम का जायजा लेकर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा, जिस पर शुक्रवार दोपहर को एसपी ने स्टेडियम पहुंचकर जांचपड़ताल की। उन्होंने मृतक के छोटे भाई आदित्य से घटना की जानकारी लेते हुए स्वीमिंग पूल का निरीक्षण किया तो पाया कि मौके पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और जल स्तर के बारे में लिखे संकेतक भी स्पष्ट नहीं है। एसपी ने दोनों लाइफ गार्ड से भी पूछताछ की। साथ ही परिजन को उचित कार्यवाही का भरोसा दिलाया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी और कोतवाली टीआई विद्याधर पांडेय के साथ खेल एवं युवा कल्याण अधिकारी मो. अहमद भी मौजूद रहे।
Created On :   25 May 2019 2:25 PM IST