किस्सा पंचायत की कुर्सी का : भाजपा के तीन जनपद में सभी सीटों पर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने के दावे फेल

Story of Panchayat chair: BJPs claims of making President-Vice President on all seats in three districts failed
किस्सा पंचायत की कुर्सी का : भाजपा के तीन जनपद में सभी सीटों पर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने के दावे फेल
शहडोल किस्सा पंचायत की कुर्सी का : भाजपा के तीन जनपद में सभी सीटों पर अध्यक्ष-उपाध्यक्ष बनाने के दावे फेल

डिजिटल डेस्क, शहडोल। जनपद पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में 27 जुलाई को तीन जनपद (सोहागपुर, ब्यौहारी व जयसिंहनगर) में हुए चुनाव में भाजपा के तीनों सीटों पर समर्थितों को बैठाने के दावे फेल हो गए। भाजपा सोहागपुर में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष और जयसिंहनगर में ही अध्यक्ष बना सकी। इधर, ब्यौहारी में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष और जयसिंहनगर में उपाध्यक्ष में निर्दलीय ने जीत दर्ज की।
ऐसे चला जीत-हार का गणित
सोहागपुर जनपद में अध्यक्ष हीरावती कोल (भाजपा) विजेता रहीं। उन्हे 16 मत मिले। विरोध में खड़े रामबाई व नानबुल्ली 6 व 2 मत मिले। एक मत निरस्त हुआ। उपाध्यक्ष पर शक्ति सिंह (भाजपा) को 16 और विरोध में विक्रम सिंह को 9 मत मिला। इसी प्रकार ब्यौहारी में अध्यक्ष आकांक्षी प्रीतू सिंह (निर्दलीय) को 19 वोट मिले। विपक्ष में 3 मत पड़े और 3 मत निरस्त हुआ। उपाध्यक्ष चुनाव में राजू सिंह गोड़ (निर्दलीय) को 16 मत मिले और विपक्ष में 9 मत मिले। जयसिंहनगर में अध्यक्ष मालती सिंह (भाजपा) ने जीत दर्ज की। उन्हे 15 मिले और विपक्ष में 10 मत पड़े। इसी प्रकार उपाध्यक्ष चुनाव में रक्षा शिब्बू सिंह (निर्दलीय) जीते। उन्हे 14 मत मिले और विपक्ष में 11 मत मिले। 
सोहागपुर में भाजपा ने जिसे उपाध्यक्ष बनाया उस पर 6 आपराधिक मामले विचाराधीन, जिलाध्यक्ष ने साथ खड़े होकर खिंचवाई फोटो
राजनीति में स्वच्छ छवि के कार्यकर्ताओं को मौका देने का दावा करने वाली भाजपा ने सोहागपुर जनपद में ऐसे जनपद सदस्य को उपाध्यक्ष के लिए समर्थित उम्मीदवार बनाया जिस पर 6 आपराधिक मामले विचाराधीन हैं। यहां भाजपा समर्थित शक्ति सिंह उपाध्यक्ष बनाए गए। बुधवार को नतीजे आने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष कमल प्रताप सिंह ने साथ खड़े होकर फोटो भी खिंचवाई। 
ब्यौहारी, जयसिंहनगर में काम नहीं आई प्रेशर पॉलीटिक्स
ब्यौहारी में दोनों सीटों पर निर्दलीय का कब्जा रहा। जयसिंहनगर में उपाध्यक्ष निर्दलीय बने। अंचल के नेता बताते हैं कि यहां भाजपा के पदाधिकारियों की रणनीति काम नहीं आई। प्रेशर पॉलीटिक्स नहीं चला और पार्टी को हार का सामना करना पड़ा।

Created On :   28 July 2022 6:38 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story