खनन क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में कड़े कदम उठाएमहामारी से उत्पन्न समस्यायों से निपटने के लिए अनेक उपाय अपनाए गए
डिजिटल डेस्क | खान मंत्रालय खनन क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रमों ने कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में कड़े कदम उठाए महामारी से उत्पन्न समस्यायों से निपटने के लिए अनेक उपाय अपनाए गए| कोविड-19 के कारण उभरी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए सरकार के सभी विभाग सक्रियता से कदम उठा रहे हैं। केंद्रीय खान मंत्रालय के अंतर्गत सार्वजनिक उपक्रम (पीएसयू) भी इस महामारी से संघर्ष में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं और कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान दे रहे हैं। खान मंत्रालय के सार्वजनिक उपक्रम विशिष्ट समर्पित कोविड-19 केंद्रों और अस्पतालों को बेहतर करने के लिए वित्तीय योगदान दे रहे हैं।
साथ ही अपने स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे को बेहतर कर रहे हैं और बड़े पैमाने पर टीकाकरण का आयोजन कर रहे हैं। इन उपायों के द्वारा सार्वजनिक उपक्रम कोविड-19 लहर से मुकाबले में लगातार मदद कर रहे हैं। राष्ट्रीय एलुमिनियम कंपनी लिमिटेड नालको ने ओडिशा के कोरापुट जिले में शहीद लक्ष्मण नायक अस्पताल को 1.16 करोड़ रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई। कंपनी अंगुल जिले में ईएसआई अस्पताल के कोविड-19 केंद्र को भी मदद दे रही है। जिस पर लगभग 30 लाख रुपये मासिक खर्च आ रहा है। नाल्को अपनी इकाइयों के पास अपने आवासीय परिसरों तथा इससे सटे क्षेत्रों में व्यापक सैनिटाइजेशन अभियान भी चला रहा है। इसने ओडिशा के टीकाकारण विभाग को एक रेफ्रीजरेटेड ट्रक दान किया है जिसकी क्षमता लगभग 25,70,000 कोविड टीके की खुराक ले जाने की है। इसका उद्देश्य ओडिशा राज्य में कोविड टीकों के परिवहन को आसान बनाना है। कंपनी ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को 1.16 करोड़ रुपए की लागत वाले दो वेंटिलेटर एंबुलेंस उपलब्ध कराए हैं।
साथ ही भुवनेश्वर नगर निगम अस्पताल को डिजिटल एक्स-रे मशीन की खरीद के लिए वित्तीय सहायता दी है। इसके अलावा नाल्को ने कोविड से बचाव के लिए निर्धारित नियमों के पालन संबंधी संदेशों को लगातार अपनी वेबसाइट, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, डिजिटल डिस्पले बैनर इत्यादि पर प्रदर्शित किए हैं। कंपनी ने प्रवासी मजदूरों और दैनिक मजदूरी करने वालों को सहूलियत पहुंचाने के क्रम में सूखा राशन और अन्य उपयोगी सामग्रियां उपलब्ध कराई हैं। हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के अपने अस्पतालों में ऑक्सीजन और दवाओं की सुविधा के साथ बिस्तर उपलब्ध किये हैं। विभिन्न उपयोगों हेतु बिस्तरों के साथ औषधियाँ भी उपलब्ध कराई गई हैं।
यह दवाएं उपचार, आपातकालीन उपयोग और बचाव के लिए दी जाती हैं। एचसीएल के मध्य प्रदेश स्थित मलाणजखंड कॉपर प्रोजेक्ट एमसीडी ने राज्य प्रशासन की ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के बीच मदद के लिए केंदाटोला स्थित कोविड देखभाल केंद्र को 10 ऑक्सीजन कंसनट्रेर उपलब्ध कराए हैं। एचसीएल की राजस्थान स्थित खेत्री कॉपर कॉन्प्लेक्स इकाई ने राज्य सरकार के ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी को ऑक्सीजन भरे सिलेंडर, फ्लो मीटर और मास्क के साथ-साथ पल्स ऑक्सीमीटर भी उपलब्ध कराए हैं। झारखंड के घाटशिला स्थित एचसीएल की इकाई इंडियन कॉपर कॉम्प्लेक्स में ऑक्सीजन सुविधा युक्त 30 बिस्तरों वाला एक कोविड देखभाल केंद्र स्थापित किया गया है, जिसमें कंपनी के कर्मचारियों के अलावा स्थानीय लोगों को भी उपचार की सुविधा है। राज्य प्रशासन के साथ साझेदारी से एचसीएल की इकाइयों में नियमित आधार पर टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। एचसीएल कोविड-19 के बारे में लोगों को जागरूक भी कर रही है।
इसके लिए विभिन्न स्थानों पर बैनर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। साथ ही साथ पैम्फलेट और सर्कुलर नियमित आधार पर कार्य स्थलों और इकाइयों के आसपास के बाजार क्षेत्रों में भी वितरित किए जा रहे हैं ताकि कंपनी के कर्मचारी, संविदा कर्मी और टाउनशिप में रहने वाले लोगों तथा स्थानीय समुदाय को कोविड-19 के उपयुक्त व्यवहार के बारे में जागरूक किया जा सके। संयंत्रों, खनन क्षेत्रों, और कार्यालयों में प्रवेश करने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड सैनिटाइजेशन और मास्क पहनने को अपरिहार्य बताया गया है। एक दूसरे से सामाजिक दूरी के अंतर्गत (दो गज की दूरी) नियमों का कड़ाई से पालन किया जा रहा है और इसकी निगरानी की जा रही है। एचसीएल के संयंत्र, कार्यालयों और आवासीय परिसरों में सोडियम हाईपोक्लोराइट नियमित आधार पर लाया जा रहा है। मिनरल एक्सप्लोरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (एमईसीएल) ने अपने सीएसआर कार्यक्रम के अंतर्गत कर्नाटक के धारवाड़ जिले को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने के लिए वित्तीय सहायता दी है।
Created On :   17 May 2021 2:43 PM IST