लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने अंडमान और निकोबार कमान के 16वें कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभाला!

Lt Gen Ajay Singh takes over as the 16th Commander-in-Chief of the Andaman and Nicobar Command!
लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने अंडमान और निकोबार कमान के 16वें कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभाला!
लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने अंडमान और निकोबार कमान के 16वें कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभाला!

डिजिटल डेस्क | रक्षा मंत्रालय लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने अंडमान और निकोबार कमान के 16वें कमांडर-इन-चीफ का पदभार संभाला| लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने 1 जून, 2021 को अंडमान एंड निकोबार कमांड (सीआईएनसीएएन) के 16वें कमांडर-इन-चीफ के रूप में कार्यभार संभाल लिया है। अंडमान निकोबार कमांड (एएनसी) पोर्ट ब्लेयर पर स्थित सशस्त्र बलों की एकमात्र त्रि-सेवा थियेटर कमान है। 13 सितंबर, 1858 से 162 से भी अधिक वर्षों से उनका परिवार सेना से सम्बद्ध है तथा लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह अपने परिवार में पांचवी पीढ़ी के सेना एवं कैवेलरी/आर्मर्ड कोर अधिकारी हैं। वह लॉरेंस स्कूल, सनावर और एनडीए तथा आईएमए के पूर्व छात्र हैं।

उन्हें दिसंबर 1983 में 81 आर्मर्ड रेजिमेंट में कमीशन प्रदान किया गया था, जो उनके दिवंगत पिता द्वारा खड़ी की गई रेजिमेंट है । जनरल ऑफिसर को सेना की सभी छह भौगोलिक कमानों के साथ-साथ सेना प्रशिक्षण कमान में विभिन्न नियुक्तियों को निभाने का अवसर मिला है। वह आर्मर्ड कोर सेंटर एंड स्कूल में टैंक गनरी एंड टैक्टिक्स के इंस्ट्रक्टर थे और उन्होंने सेना मुख्यालय, एकीकृत रक्षा स्टाफ मुख्यालय (आईडीएस) के साथ-साथ अंगोला में सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में संयुक्त राष्ट्र के साथ महत्वपूर्ण भूमिकाओं में अपनी सेवाएं प्रदान की। लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने कश्मीर घाटी और पूर्वोत्तर में उग्रवाद विरोधी अभियानों के लिए स्वेच्छा से कार्यकाल भी चुना, जहां वह सीमा पर एक माउंटेन डिवीज़न में तैनात थे।

16 से अधिक वर्षों की सेवा में बतौर एक मेजर, जनरल ऑफिसर ने सियाचिन ग्लेशियर पर स्वेच्छिक तैनाती चाही और उन्हें मराठा लाइट इन्फैंट्री की एक बटालियन में तैनात किया गया था, जहां उन्होंने ऑपरेशन विजय (कारगिल) और मेघदूत (सियाचिन ग्लेशियर) के दौरान एक राइफल कंपनी की कमान संभाली और वीरता के लिए सेना प्रमुख की प्रशस्ति प्राप्त की। जनरल ऑफिसर ने सैन्य अभियान निदेशालय में अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में सेना मुख्यालय में संवेदनशील पदों पर भी कार्य किया एवं वह डीजी, फाइनेंस प्लानिंग और डीजी, मिलिट्री ट्रेनिंग भी रहे। सक्रिय अभियानों में एक राइफल कंपनी के अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने पंजाब और राजस्थान की सीमाओं पर एक आर्मर्ड रेजिमेंट, ब्रिगेड व डिवीजन और एक कोर की कमान भी संभाली।

उन्होंने अनेक प्रतिष्ठित सैन्य पाठ्यक्रम तथा टैंक गनरी और टेक्नोलॉजी कोर्सेज के अलावा हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल में पर्वतारोहण पाठ्यक्रमों में भी भाग लिया है। लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह को इंडोनेशिया में संयुक्त राष्ट्र के सीनियर लीडर मिशन कोर्स के साथ-साथ ब्रिटेन में रॉयल कॉलेज ऑफ डिफेंस स्टडीज (आरसीडीएस) कोर्स में भाग लेने के लिए भी चुना गया था। लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह 2013 में उत्तराखंड, 2017 में उत्तर प्रदेश और बिहार और 2018 में केरल के बाढ़ राहत अभियान का सक्रिय हिस्सा थे, इसी के साथ-साथ सरकार के कोविड के खिलाफ प्रयासों का सक्रिय हिस्सा भी रहे।

Created On :   2 Jun 2021 3:40 PM IST

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